रांची, 4 जून : झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने गिरिडीह जिले के गांडेय विधानसभा उपचुनाव में जीत दर्ज की है. उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी के दिलीप कुमार वर्मा को करीब 26 हजार मतों से पराजित किया है.
मतगणना पूरी कर ली गई है. लेकिन, यहां चुनाव आयोग ने परिणाम की आधिकारिक तौर पर घोषणा नहीं की है. गांडेय सीट 1 जनवरी को विधायक डॉ. सरफराज अहमद के इस्तीफे से खाली हुई थी. यह भी पढ़ें : BJP Bad Performance Reasons: बीजेपी का ‘400 पार’ का सपना टूटा, भाजपा के वोटबैंक खिसकने के ये हैं 10 कारण
शुरुआती छह राउंड की गिनती में कल्पना सोरेन पिछड़ गई थीं, लेकिन इसके बाद उन्होंने लगातार बढ़त हासिल की. कल्पना सोरेन ने पति हेमंत सोरेन के 31 जनवरी को जेल जाने के बाद सक्रिय राजनीति में कदम रखा है. राजनीति में उनकी औपचारिक तौर पर एंट्री चार मार्च को गिरिडीह में झारखंड मुक्ति मोर्चा के स्थापना दिवस पर आयोजित रैली के साथ हुई.
कल्पना सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा में फिलहाल किसी ओहदे पर नहीं हैं. इसके बावजूद लोकसभा चुनाव के प्रचार अभियान के दौरान वह न सिर्फ अपनी पार्टी, बल्कि 'इंडिया' गठबंधन की ओर से राज्य में सबसे बड़ी स्टार प्रचारक के रूप में उभरकर सामने आईं.
रांची में 21 अप्रैल को 'इंडिया' गठबंधन की ओर से साझा तौर पर बड़ी रैली हुई और इसके बाद वह राज्य में गठबंधन का सबसे बड़ा चेहरा बन गईं. उन्होंने राज्य के सभी 14 लोकसभा क्षेत्रों में गठबंधन के प्रत्याशियों के पक्ष में जनसभाएं की और एक तरह से ढाई महीने के भीतर राज्य का चप्पा-चप्पा छान डाला.
पार्टी की ओर से उन्हें हेलीकॉप्टर मुहैया कराया गया, जिससे वह एक दिन में तीन-चार रैलियों में शामिल होती रहीं. कल्पना सोरेन ने चुनावी जनसभाओं में हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी का मुद्दा प्रमुखता से उठाया. उन्होंने आदिवासियों, महिलाओं, युवाओं के लिए सरकार के कामकाज का ब्योरा अपने अंदाज में पेश किया. उन्होंने अपने भाषणों में केंद्र की सरकार और भाजपा को भी निशाना बनाया.