देहरादून, 3 फरवरी : जोशीमठ (Joshimath) की तलहटी में अलकनंदा नदी से हो रहे भू कटाव को रोकने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग सुरक्षा दीवार बना रहा है. इसकी जिम्मेदारी सिंचाई विभाग को दी गई है. लेकिन सुरक्षा दीवार डीपीआर को आपदा प्रबंधन विभाग ने फेल कर दिया है. अब इनवेस्टिगेशन और डीपीआर करने की जिम्मेदारी टीएचडीसी संभालेगी. हालांकि, डीपीआर तैयार होने के बाद दीवार बनाने का काम सिंचाई विभाग ही करेगा. आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि जोशीमठ के नीचे अलकनंदा नदी के प्रभाव से लगातार भू कटाव हो रहा है.
उन्होंने बताया कि जिन जगहों पर नाले नदी से मिलते हैं, वहां पर भू कटाव की समस्या ज्यादा है. इसे देखते हुए सिंचाई विभाग को जोशीमठ के नीचे अलकनंदा के किनारे पूरे कैचमेंट में सुरक्षा दीवार बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी. लेकिन सिंचाई विभाग ने इस पर तकनीकी पहलुओं पर ठीक से इन्वेस्टिगेशन नहीं किया. इसलिए यह काम अब टीएचडीसी को दिया गया है. यह भी पढ़ें : तमिलनाडु उपचुनाव: अन्नाद्रमुक को एकजुट करने का प्रयास कर रही भाजपा
रंजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि अब अलकनंदा के किनारे बनने वाली सुरक्षा दीवार को लेकर इन्वेस्टिगेशन और डीपीआर तैयार करने का काम टीएचडीसी करेगी. हालांकि, सुरक्षा दीवार बनाने के लिए कार्यदाई संस्था सिंचाई विभाग ही रहेगी.