श्रीनगर: आतंकवादियों ने एक बार फिर कायराना हरकत करते हुए अनंतनाग में दो प्रवासी मजदूरों पर फायरिंग कर दी. घाटी में गैर-कश्मीरी मजदूरों को आतंकियों ने निशाना बनाया है. हमले के बाद दोनों घायल नागरिकों को अस्पताल ले जाया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुधवार को घटना की जानकारी देते हुए कहा कि आतंकवादियों की तलाशी अभियान के लिए इलाके की घेराबंदी की जा रही है. दोनों प्रवासी मजदूर महाराष्ट्र में सांगली के रहने वाले हैं. बारामूला में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी का सहयोगी गिरफ्तार.
इस साल कश्मीर में गैर-स्थानीय लोगों और अल्पसंख्यकों पर यह चौथा हमला है. इससे पहले 13 जुलाई को दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के गगरान गांव में आतंकवादियों ने तीन प्रवासी मजदूरों को गोली मारकर घायल कर दिया था.
इससे पहले 29 मई को उधमपुर के दीपू की अनंतनाग में जीलैंड मंडी के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. 26 फरवरी को पुलवामा के अचेन में एक बैंक में सुरक्षा गार्ड की आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
पिछले साल की तुलना में इस साल अब तक ऐसी कम घटनाएं देखने को मिली हैं. आतंकवादियों ने 2022 में कश्मीर में 29 नागरिकों की हत्या की थी. उनमें से 21 स्थानीय थे - तीन कश्मीरी पंडितों सहित छह हिंदू और 15 मुस्लिम, जबकि आठ अन्य राज्यों से थे.
पुंछ में 4 आतंकियों का खात्मा
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में मंगलवार को चार आतंकवादियों को मार गिराया. अधिकारियों ने बताया कि सेना और पुलिस ने सोमवार रात सुरनकोट के सिंधरा टॉप इलाके में एक संयुक्त अभियान चलाया, जिसके बाद मुठभेड़ छिड़ गई. जम्मू क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) मुकेश सिंह ने बताया कि मंगलवार तड़के करीब पांच बजे मुठभेड़ फिर से शुरू हुई, जिसमें चार आतंकवादी मारे गए.
‘व्हाइट नाइट कॉर्प्स’ ने ट्वीट किया, ‘‘ऑपरेशन त्रिनेत्र द्वितीय. खुफिया जानकारी के आधार पर घेराबंदी की गई और बड़ा तलाश अभियान चलाया गया. पुंछ जिले की सुरनकोट तहसील के सिंधरा और मैदाना गांवों के पास भारतीय थल सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक संयुक्त अभियान में चार आतंकवादी मारे गए. इन आतंकवादियों की मौत से राजौरी और पुंछ इलाके में बड़ी आतंकवादी घटनाएं टल गई हैं.’’