श्रीनगर: जम्मू और कश्मीर (Jammu And Kashmir) में बड़ी आतंकी सजिश का पर्दाफाश हुआ है. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), सेना और राज्य पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन में आतंकियों के नापाक मंसूबे को विफल कर दिया है. गुप्त सूचना के आधार पर सुरक्षाबलों ने कार्रवाई करते हुए एक वाहन-जनित आईईडी विस्फोट को टाल दिया है.
गुरुवार सुबह कश्मीर जोन पुलिस ने बताया कि पुलवामा पुलिस, सीआरपीएफ और सेना द्वारा समय पर इनपुट और कार्रवाई से वाहन-जनित आईईडी विस्फोट की एक बड़ी घटना को टाल दिया गया है. विस्फोटक को निष्क्रिय किया जा चुका है. जम्मू कश्मीर राजमार्ग पर नशीले पदार्थों के चार संदिग्ध तस्कर गिरफ्तार
यह घटना ऐसे समय पर हुई है जब कुछ दिन पहले घाटी में मुठभेड़ में दो आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया. सोमवार तड़के कुलगाम जिले के दामल हंजिपोरा में सुरक्षाबलों की आंतकियों के साथ हुई मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए. इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में खुफिया जानकारी के बाद पुलिस और सेना की संयुक्त टीम ने कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन चलाया, जिसके बाद एनकाउंटर शुरू हो गया.
A major incident of a vehicle-borne IED blast averted by the timely input and action by Pulwama Police, CRPF and Army: Kashmir Zone Police #JammuAndKashmir
— ANI (@ANI) May 28, 2020
इसी सप्ताह जासूसी के लिये संदिग्ध रूप से पाकिस्तान में प्रशिक्षित किये गये एक कबूतर को जम्मू और कश्मीर के कठुआ जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पकड़ा गया. अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि कबूतर कूट वाला एक संदेश लिये हुए था. पाकिस्तान से उसके इस ओर उड़ कर आने के शीघ्र बाद हीरानगर सेक्टर में मनयारी गांव के बाशिंदों ने पकड़ लिया.
विस्फोटक को किया गया निष्क्रिय-
#WATCH J&K: In-situ explosion of the vehicle, which was carrying IED, by Police in Pulwama.
Major incident of vehicle-borne IED explosion was averted by Police, CRPF & Army after Pulwama Police got credible info last night that a terrorist was moving with an explosive-laden car pic.twitter.com/UnUHSYB07C
— ANI (@ANI) May 28, 2020
पिछले सप्ताह जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकियों ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीम पर हमला किया था. जिसमें पुलिस का एक जवान शहीद हो गया और एक अन्य घायल हो गया. 21 मई को हुई इस घटना के दो दिन पहले कश्मीर में आतंकियों की गोलीबारी में बीएसएफ के दो जवान शहीद हो गए थे और उनके हथियार भी छीन लिए गए थे.