नई दिल्ली, 17 मई : जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) सरकार मंगलवार को नई दिल्ली के नॉर्थ ब्लॉक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ बैठक में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का खाका पेश करेगी. सूत्रों के अनुसार, अल्पसंख्यकों की हालिया हत्याओं के मद्देनजर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता शाह और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा करेंगे. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आगामी अमरनाथ यात्रा की तैयारियों पर समीक्षा बैठक के बाद केंद्रीय गृहमंत्री इस मुद्दे पर अलग से चर्चा कर सकते हैं.
जम्मू-कश्मीर के एल-जी सिन्हा के अलावा, पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह और विशेष महानिदेशक, सीआईडी, रश्मि रंजन स्वैन और प्रशासन के शीर्ष अधिकारी इस संबंध में केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन द्वारा किए गए उपायों का विवरण प्रस्तुत करेंगे. कश्मीर घाटी में हाल ही में लक्षित हत्याओं ने साबित कर दिया है कि अल्पसंख्यकों की रक्षा की योजना को संशोधित करने की जरूरत है. अधिकारियों ने कहा, कश्मीरी पंडितों को सुरक्षित तहसील या जिला मुख्यालय में स्थानांतरित करने की योजना है. मनोज सिन्हा ने कश्मीरी पंडित कर्मचारियों की शिकायतों को देखने के लिए सचिवालय में एक विशेष प्रकोष्ठ का गठन किया है. यह भी पढ़ें : Uttar Pradesh: ससुराल में फंदे से लटकी मिली महिला की अस्पताल में मौत, माता-पिता ने लगाया दहेज हत्या का आरोप
प्रकोष्ठ सभी मुद्दों को हल करने के लिए जिला प्रशासन और अन्य विभागों के साथ समन्वय करेगा और जम्मू-कश्मीर में अल्पसंख्यकों के मुद्दों को देखने के लिए एक अतिरिक्त सचिव रैंक के अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है. नवंबर-दिसंबर 2021 में अन्य केंद्रीय पुलिस एजेंसियों के साथ सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के खिलाफ समन्वित अभियानों की नकल की, जब अल्पसंख्यक और मजदूर ज्यादातर लोन वुल्फ हमलों में मारे गए थे.