श्रीनगर: भारतीय सेना (Indian Army) के जवानों ने एक बार फिर से लोगों का दिल जीत लिया है. देश की रक्षा में तत्पर सेना के जवान (Army Jawans) आम लोगों की मदद के लिए भी हमेशा तैयार रहते हैं और इसका ताजा उदाहरण एक बार फिर जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के कुपवाड़ा (kupwara) में देखने को मिला है. जहां भारी बर्फबारी (Snowfall) और बारिश (Rain) के बीच यातायात बाधित होने पर सेना के जवानों ने एक गर्भवती महिला (Pregnant Woman) को अपने कंधे पर उठाकर 5 किलोमीटर तक का फासला पैदल ही तय किया और उसे समय पर अस्पताल पहुंचाया. जवानों द्वारा गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाए जाने की तस्वीरें सामने आई हैं, जिसके बाद लोग सेना के जवानों की जमकर सराहना कर रहे हैं.
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सेना के जवानों की तस्वीरें शेयर की हैं, जिसमें वो गर्भवती महिला को कंधे पर लादकर चलते दिख रहे हैं. इसके साथ जानकारी दी है कि जम्मू-कश्मीर के कपुवाड़ा में सेना के जवानों ने स्ट्रेचर कंधे पर रखकर एक गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाया. स्ट्रेचर पर महिला को रखकर और कंधे पर उठाकर उन्हे 5 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ा. दरअसल, भारी बर्फबारी और बारिश के कारण यहां वाहन नहीं चल रहे हैं और यातायात बाधित है. यह भी पढ़ें: Jammu & Kashmir: कश्मीर में सेना के जवानों ने बर्फ में फंसी गर्भवती महिला को बचाया
देखें तस्वीरें-
जम्मू-कश्मीर: कुपवाड़ा में सेना के जवानों ने स्ट्रेचर कंधे पर रखकर एक गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाया। स्ट्रेचर पर महिला को रखकर और कंधे पर उठाकर उन्हें 5 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। भारी बर्फबारी और बारिश की वजह से वाहन नहीं चल रहे थे। pic.twitter.com/UGRiSoKboM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 12, 2021
देखें वीडियो-
#WATCH: Army personnel help a pregnant woman reach hospital by carrying her on a cot amid snow-covered roads in Kupwara district of Jammu & Kashmir
(Source: Indian Army) pic.twitter.com/s74SINn2xO
— ANI (@ANI) March 12, 2021
गौरतलब है कि कुछ समय पहले भी कुपवाड़ा जिले के करालपुरा इलाके से एक ऐसी ही तस्वीर सामने आई थी, जिसमें सेना के जवानों को गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाते देखा गया था. दरअसल, गर्भवती महिला को लेबर पेन शुरू हो गया था, लेकिन भारी बर्फबारी के कारण महिला के घर तक वाहन नहीं पहुंच सकता था, इसलिए महिला की मदद के लिए सेना के जवान आगे आए और उन्होंने महिला को खाट पर रखकर कंधे पर उठाया. करीब 2 किलोमीटर तक पैदल चलकर महिला को सड़क तक लाए, जिससे महिला अस्पताल पहुंच सकी.