नई दिल्ली. जामिया (Jamia Violence) में हुई हिंसा का मामला एक बार फिर चर्चा में बना हुआ है. यूनिवर्सिटी के भीतर दिल्ली पुलिस (Delhi Police) द्वारा छात्रों के साथ की गई बर्बरता के कई वीडियो लगातार सामने आए हैं. जिसमे तरह-तरह के दावे किये गए हैं. जामिया से जुड़े कई वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुए हैं. वही जामिया में 15 दिसंबर के दिन हुई हिंसा की जांच कर रही दिल्ली क्राइम ब्रांच (Delhi Crime Branch) की टीम मंगलवार को यूनिवर्सिटी कैंपस (Jamia Milia Islamia University) पहुंची.
जामिया कैंपस में इस दौरान क्राइम ब्रांच के डीसीपी राजेश देव, एसीपी संदीप लांबा और अन्य अधिकारी मौजूद रहे. वही मंगलवार को एक और वीडियो सामने आया है. जिसमें कथित दंगाइयों को यहां जामिया मिलिया इस्लामिया कैंपस के अंदर से पत्थर फेंकते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो के सामने आने के बाद छात्रों और पुलिस के बीच चल रहे आरोप-प्रत्यारोप को एक नई दिशा मिल गई है. हालांकि इस वीडियो को कितनी सच्चाई है इसकी पुष्टि हम नहीं करते हैं. यह भी पढ़े-दिल्ली की अदालत ने जामिया हिंसा की जांच को लेकर पुलिस से मांगी रिपोर्ट
ANI का ट्वीट-
जामिया हिंसा मामले(15 दिसंबर ) की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम यूनिवर्सिटी कैंपस पहुंची।क्राइम ब्रांच के डीसीपी राजेश देव, एसीपी (अंतरराज्यीय सेल) संदीप लांबा और अन्य अधिकारी कैंपस में पहुंचे। pic.twitter.com/b6VN3Jt4ya
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 18, 2020
वही जामिया के एल्यूमनाई एसोसिएशन ने 15 दिसंबर 2019 को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दिल्ली पुलिस के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
Alumni Association of Jamia Millia Islamia has filed a complaint at Jamia Nagar Police Station against Delhi Police personnel for the "brutality committed by them on 15 December 2019 on the basis of CCTV footages which were recently released."
— ANI (@ANI) February 18, 2020
ज्ञात हो कि लगातार सामने आए ज्यादातर वीडियो में 15 दिसंबर 2019 की तिथि लिखी हुई है. इसी दिन दिल्ली पुलिस और छात्रों के बीच झड़प हुई थी और पुलिस ने कथित तौर पर विश्वविद्यालय के लाइब्रेरी के अंदर घुसकर छात्रों के साथ मारपीट की गई थी.