Sonam Wangchuk in TIME Magazine: जेल में बंद सोनम वांगचुक को टाइम मैगज़ीन ने 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में किया शामिल..पत्नी ने सरकार पर कसा तंज
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Sonam Wangchuk in TIME Magazine: जहां एक तरफ सोनम वांगचुक (Sonam Wangchuk) को सरकार ने एनएसए के तहत गिरफ्तार कर जोधपुर जेल में रखा है तो वही दूसरी तरफ दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित टाइम मैगज़ीन (Time Magazine) ने उन्हें उन 100 लोगों में शामिल किया है, जिन्होंने क्लाइमेट चेंज से लड़ने में योगदान दिया है.लद्दाख के पर्यावरण संरक्षण के प्रतीक और शिक्षाविद सोनम वांगचुक को टाइम मैगज़ीन की 2025 टाइम (TIME100) क्लाइमेट लिस्ट में शामिल किया गया है.यह सूची दुनिया के उन 100 लोगों को सम्मानित करती है, जो जलवायु परिवर्तन से लड़ने में उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं.सोनम वांगचुक ने ठंडे रेगिस्तानी इलाकों में जल संकट से निपटने के लिए 'आइस स्तूपा' जैसी अनोखी तकनीक विकसित की.

इस कृत्रिम हिमनद के जरिये सर्दियों में जमा पानी को गर्मियों में इस्तेमाल किया जाता है.यह मॉडल अब नेपाल, पाकिस्तान, चिली और स्विट्जरलैंड जैसे देशों में भी अपनाया गया है, जिससे वांगचुक को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वाटर कंजर्वेशन इनोवेटर के रूप में पहचान मिली है.ये भी पढ़े:Supreme Court Hearing on Sonam Wangchuk: सोनम वांगचुक की नजरबंदी मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

आंदोलन के कारण हुई थी गिरफ्तारी

यह सम्मान वांगचुक को ऐसे समय में मिला है जब वे राजस्थान (Rajasthan) के जोधपुर जेल में बंद हैं. उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत गिरफ्तार किया गया है. उनकी गिरफ्तारी लद्दाख के लोगों के राजनीतिक अधिकारों और पर्यावरण संरक्षण की मांग से जुड़ी है.उन्होंने इस साल 35 दिन का भूख हड़ताल आंदोलन किया था, जिसमें लद्दाख को राज्य का दर्जा देने और उसे संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग उठाई थी.यह आंदोलन उस समय तेज हुआ जब लेह में प्रदर्शन के दौरान चार नागरिकों की मौत हो गई थी. टाइम मैगज़ीन ने वांगचुक को डिफेंडर्स (Defenders) श्रेणी में स्थान दिया है.यह उन लोगों को समर्पित है जो पृथ्वी के संवेदनशील इलाकों और समुदायों की रक्षा के लिए काम कर रहे हैं.

पत्नी ने सरकार पर कसा तंज

 

सोनम वांगचुक की पत्नी गीतांजलि जे. आंगमो, जो उनके संस्थान हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव्स (HIAL) की निदेशक हैं, ने सोशल मीडिया पर इस सम्मान को साझा करते हुए कहा ,'

'यह विडंबना है कि जिस व्यक्ति को अपनी ही सरकार देशद्रोही बताकर जेल में डाल रही है, उसे दुनिया जलवायु परिवर्तन से लड़ने वाला नायक मान रही है.