Mpox 2nd Case in India: केरल में एमपॉक्स का एक नया मामला सामने आया है. स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बुधवार को बताया कि 12 सितंबर को दुबई से केरल पहुंचे 38 वर्षीय व्यक्ति में बुधवार को एम्पॉक्स की पुष्टि हुई है. मलप्पुरम जिले के एडवन्ना निवासी यह व्यक्ति बुखार और त्वचा रोग से पीड़ित था. वह 16 सितंबर को इलाज के लिए मंजेरी स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचा था. इस दौरान डॉक्टरों ने पाया कि उसके लक्षण मंकीपॉक्स वायरस (MPXV) से होने वाले संक्रामक रोग से मिलते-जुलते हैं. इसके बाद उन्होंने उसे अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर लिया था.
डॉक्टरों ने बुखार और त्वचा रोग से पीड़ित व्यक्ति के रक्त के नमूने जांच के लिए कोझीकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल की माइक्रोबायोलॉजी लैब में भेजे, जहां बुधवार को द्रव के नमूने पॉजिटिव आए.
हरियाणा में मिला था मंकीपॉक्स का पहला केस
जिला स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार, मरीज अभी भी अस्पताल के आइसोलेशन विंग में है और उसकी हालत स्थिर है. मरीज के संपर्क में आए लोगों की प्रारंभिक सूची तैयार कर ली गई है. इसमें शामिल लोगों को खुद को आइसोलेट करने और लक्षणों की निगरानी करने को कहा गया है. इससे पहले 7 सितंबर को हरियाणा के हिसार के निवासी को एम्पॉक्स पॉजिटिव मरीज के रूप में पुष्टि की गई थी और उसे दिल्ली में एक तृतीयक देखभाल सुविधा में अलग कर दिया गया था. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि यह जुलाई 2022 से भारत में दर्ज किए गए 30 मामलों की तरह एक अलग मामला था.
आखिर क्या है मंकीपॉक्स?
WHO के अनुसार, मंकीपॉक्स वायरस ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस का एक लिफ़ाफ़ा डबल-स्ट्रैंडेड डीएनए वायरस है. इसके दो अलग-अलग क्लेड हैं. 2022 में, क्लेड IIb का वैश्विक प्रकोप शुरू हुआ था, जो आज भी जारी है. संक्रमण मुख्य रूप से निकट संपर्क के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. इसके सामान्य लक्षण बुखार, गले में खराश, सिरदर्द, सूजे हुए लिम्फ नोड्स और मांसपेशियों में दर्द हैं.