
नई दिल्ली, 8 मई : पाकिस्तान के अंदर जारी आतंकवादियों के कैंप को तबाह करने के लिए चलाए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद गुरुवार को केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में विपक्षी दलों के नेताओं को 'ऑपरेशन सिंदूर' के बारे में जानकारी दी गई. सर्वदलीय बैठक के बाद ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस पर जानकारी दी. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (टीआरएफ) के खिलाफ अभियान चलाया जाए और पाकिस्तान को एफएटीएफ-ग्रे लिस्ट में डाला जाए.
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि मैंने 'ऑपरेशन सिंदूर' के लिए हमारे सशस्त्र बलों और सरकार की प्रशंसा की है. बैठक में मैंने यह भी सुझाव दिया कि हमें 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (टीआरएफ) के खिलाफ एक इंटरनेशनल कैंपेन चलाना चाहिए. खासतौर से सुरक्षा परिषद इसकी घोषणा करे. हमें यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका को बताना है कि वह अपने मुल्क में इस संगठन को तुरंत आतंकी संगठन घोषित करे. यह भी पढ़ें : ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत विरोधी पोस्ट! SRM यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर लोरा का सस्पेंशन लेटर वायरल
उन्होंने आगे कहा कि फरवरी 2025 में आतंकी हाफिज सईद के बेटे की एक स्पीच है पीओके में, जिसमें उसने कहा था कि 2025 में हम लोग जिहाद करेंगे. ये जिहाद का नाम लेकर भारत में कत्ल करना चाहते हैं, आतंक फैलाना चाहते हैं. हम यूएस से अपील करेंगे कि 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' को आतंकी संगठन घोषित करे. पाकिस्तान को एफएटीएफ-ग्रे लिस्ट में डाला जाए. यूनाइटेड किंगडम से ट्रेड डील भी किया गया है. हम यूके सरकार से भी कहेंगे कि वो भी टीआरएफ को बैन करे. ब्रिटेन का वित्त मंत्रालय पाकिस्तान को बैन करे. अमेरिका के साथ ट्रेड डील करने जा रहे हैं, ऐसे में अमेरिका भी पाकिस्तान को आतंकी सूची में डाले.
दूसरी तरफ, 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर सर्वदलीय बैठक के बाद केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, "सर्वदलीय बैठक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में बहुत अच्छे से हुई है. गंभीर विषय था और सभी नेताओं ने गंभीरता से अपनी बात को रखा है."
उन्होंने आगे कहा, "सबसे पहले रक्षा मंत्री ने सभी नेताओं को 'ऑपरेशन सिंदूर' के बारे में जानकारी दी और परिस्थिति, हालात के बारे में भी बताया. इसके बाद सभी ने अपना मत रखा और सुझाव भी दिए. सभी नेताओं ने सेना को बधाई भी दी. सभी ने कहा कि हम एकजुटता से सरकार का साथ देंगे और सेना की हर कार्रवाई में साथ हैं. मैं सभी नेताओं को धन्यवाद करता हूं यह सकारात्मक बैठक थी."