World Heart Day 2024: नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2014 से 2019 के दरमियान हार्ट अटैक से होने वाली मौतों में लगभग 53 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. 2014 में हार्ट अटैक से जहां 18,309 लोगों की मौत हुई थी, वहीं 2019 में यह संख्या बढ़कर 28,005 हो गयी. एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक, 2016 में हार्ट अटैक से 1940 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी, वहीं 2019 में यह आंकड़ा बढ़कर 2381 हो गया. जहां तक वैश्विक स्तर की बात है तो शोधकर्ताओं ने 21 रीजन्स के डेटा का विश्लेषण करने के बाद पाया कि वैश्विक स्तर पर, हृदय रोग से संबंधित मौतों के आंकड़े 1990 में 12.4 मिलियन से बढ़कर 2022 में 19.8 मिलियन पहुंच गए है, जो इसके उच्च दर को दर्शाता है.
ऐसी स्थिति में 29 सितंबर को मनाए जाने वाले विश्व हृदय दिवस की अहमियत कई गुना बढ़ जाती है. आइये जानते हैं इस दिवस के बारे में महत्वपूर्ण बातें.
विश्व हृदय दिवस का महत्व
विश्व हृदय दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को हृदय रोगों के प्रति जागरूक करना और स्वस्थ हृदय के महत्व को समझाना है. पिछले कुछ सालों में हार्ट अटैक की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए यह दिवस याद दिलाता है कि स्वस्थ जीवन शैली अपनाना कितना जरूरी है. यहां बिंदु वार जानेंगे कि ह्रदय की सुरक्षा के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
जागरूकता फैलाना: विश्व हृदय दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों और अभियानों के माध्यम से लोगों को हृदय रोगों, उनके कारणों और बचाव के बारे में जानकारी दी जाती है.
स्वस्थ जीवनशैली: यह दिन हमें स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, और तनाव प्रबंधन के महत्व को समझने का अवसर देता है.
स्वास्थ्य सेवाओं का समर्थन: यह दिवस हृदय स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं और शोध को बढ़ाने हेतु महत्वपूर्ण है.
व्यक्तिगत जिम्मेदारी: लोगों को अपने हृदय की सेहत के प्रति जागरूक करने से वे अपने स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा सचेत होते हैं.
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विश्व हृदय दिवस का इतिहास
विश्व हृदय दिवस की शुरुआत साल 2000 में की गई थी, जब विश्व हृदय संघ ने इसे एक वैश्विक अभियान के रूप में प्रस्तुत किया. इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को हृदय स्वास्थ्य के महत्व के बारे में जानकारी देना और उन्हें हृदय रोगों के जोखिम वाले कारकों के प्रति सजग करना है.
हृदय रोग विश्व में मृत्यु दर का एक प्रमुख कारण है, इसलिए इस दिवस पर जागरूकता बढ़ाना और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने के लिए प्रेरित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है. इस अवसर पर दुनिया भर के विभिन्न मंचों पर कार्यक्रम, वर्कशॉप और गतिविधियां आयोजित की जाती हैं, ताकि लोग अपने हृदय की सेहत को बेहतर बनाने के लिए कदम उठा सकें.
ऐसे रखें अपने हृदय को स्वस्थ
संतुलित आहार: फलों, सब्जियों, अनाज, और स्वस्थ वसा (जैसे ऑलिव ऑयल) का सेवन करें. उच्च चर्बी और उच्च सोडियम वाले खाद्य पदार्थों से बचें.
नियमित व्यायाम: सप्ताह में न्यूनतम 15-20 मिनट की जॉगिंग, साइकिल चालन आदि करें.
वजन प्रबंधन: अपना वजन नियंत्रित रखें. अधिक वजन हृदय रोग का जोखिम बढ़ जाता है.
धूम्रपान से दूर रहें: धूम्रपान हृदय रोग के बड़े जोखिमों में एक है.
तनाव प्रबंधन: तनाव कम करने के लिए ध्यान, योग, या गहरी सांस लेने की तकनीकें अपनाएं.
रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल पर नजर: नियमित रूप से रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल स्तर की जांच कराएं. डॉक्टरी सलाह लें.
अल्कोहल का सीमित सेवन: शराब का अधिक सेवन हृदय स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है. इसे सीमित करें.
पर्याप्त नींद: प्रत्येक दिन 7-8 घंटे की नींद अवश्य लें. नींद की कमी हृदय स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है.