नई दिल्ली: अगर अब आपको किसी मैसेज के आखिर में "P", "S", "T" या "G" लिखा दिखे, तो चौंकिए मत! TRAI (भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण) ने मई 2025 से एक नया नियम लागू किया है, जिसमें हर SMS भेजने वाले को यह साफ़ बताना होगा कि उसका मैसेज किस श्रेणी का है. इसका मकसद स्पैम और धोखाधड़ी से बचाव, SMS को समझने में आसानी और यूजर को कंट्रोल देना कि कौन सा मैसेज ज़रूरी है और कौन सा नहीं यह है. यहां हम आपको आसान भाषा में समझा रहे हैं कि आखिर ये अक्षर क्या कहते हैं?
1. P = Promotional (प्रमोशनल / विज्ञापन से जुड़े मैसेज)
अगर मैसेज के अंत में "P" है, तो समझ जाइए ये कोई ऑफर, डिस्काउंट, या ब्रांड प्रमोशन से जुड़ा प्रचार है. उदाहरण के लिए इस वीकेंड और कपड़ों की खरीद पर 50% की छूट! . कभी-कभी परेशान करने वाले, लेकिन पूरी तरह वैध.
2. S = Service (सेवा संबंधित)
"S" वाले मैसेज आमतौर पर ऐसी सेवाओं से जुड़े होते हैं जिन्हें आपने चुना है. जैसे, आपकी डिलीवरी का स्टेटस, स्कूल की सूचना, या मोबाइल रिचार्ज रिमाइंडर. उदाहरण के लिए आपका वर्तमान रीचार्ज पैक कल खत्म हो रहा है.
3. T = Transactional (ट्रांजैक्शन से जुड़े / जरूरी सूचना)
अगर SMS में "T" है, तो यह महत्वपूर्ण ट्रांजैक्शन या सिक्योर जानकारी से जुड़ा है. जैसे बैंक OTP, लेनदेन की पुष्टि, पासवर्ड रिसेट. उदाहरण के लिए आपके खाते से 5000 रुपये डेबिट हुए हैं. इनपर तुरंत ध्यान देना जरूरी है.
4. G = Government (सरकारी सूचना)
"G" वाले मैसेज सीधे सरकार या किसी सरकारी एजेंसी द्वारा भेजे जाते हैं. इनमें चुनाव सूचना, स्वास्थ्य अलर्ट, मौसम चेतावनी जैसी जानकारियां होती हैं. उदाहरण के लिए मौसम विभाग ने अगले दो घंटे तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.
इस नियम से क्या फायदा होगा?
- आपको यह तय करने में मदद मिलेगी कि किस मैसेज को पढ़ना है और किसे इग्नोर करना है.
- फिशिंग और धोखाधड़ी से बचाव आसान होगा.
- कंपनियों को जवाबदेह बनाया गया है कि वे किस तरह के मैसेज भेज रहे हैं.
- आम लोग अब "SMS भी समझदारी से" पढ़ सकेंगे.
अब जब भी आपके मोबाइल में कोई नया मैसेज आए, तो उसके आखिरी अक्षर पर एक बार ज़रूर नज़र डालिए. "P", "S", "T", या "G" – यह अक्षर अब आपको बताएगा कि SMS कितना जरूरी है. यह छोटा बदलाव, करोड़ों मोबाइल यूजर्स के लिए सुरक्षा और सुविधा का बड़ा कदम है.












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