नई दिल्ली : नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (National Investigation Agency) ने मुंगेर में हथियार जब्त किए जाने के मामले में गुरुवार को बिहार और उत्तर प्रदेश में दर्जनभर जगहों की तलाशी ली, जिनमें लोक जनशक्ति पार्टी (Lok Janshakti Party) के एक नेता का पटना स्थित आवास भी शामिल है. एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एजेंसी ने पटना में जदयू के पूर्व एमएलसी और वर्तमान में लोजपा नेता हुलास पांडेय के आवास की तलाशी ली.
हुलास पांडेय के भाई सुनील पांडेय जदयू के पूर्व नेता हैं. पांडेय के पटना स्थित आवास के अलावा एजेंसी ने बिहार के बक्सर, भोजपुर और रोहताश व उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित उनके करीबी सहयोगियों के परिसरों की तलाशी ली. मामला सितंबर 2018 में जबलपुर स्थित केंद्रीय आयुधशाला से तस्करी किए गए 22 एके-47 राइफल मुंगेर से बरामद होने से जुड़ा है.
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हथियार डीलर शमशेर आलम के पास से तीन हथियार बरामद हुए थे. पूछताछ के बाद मुंगेर पुलिस ने 28 सितंबर को मुंगेर के मिर्जापुर गांव स्थित एक कुएं से 12 और एके-47 राइफल बरामद किए थे.
मुंगेर पुलिस ने मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित केंद्रीय आयुधशाला के एक सेवानिवृत्त कर्मचारी पुरुषोत्तम लाल रजक को एके-47 राइफल और स्पेयर पार्ट्स मुंगेर में अपराधियों को मुहैया करवाने के लिए सितंबर 2018 में गिरफ्तार किया था.
रजक ने पहले स्वीकार किया था कि उसने 2012 से लेकर 2018 तक मुंगेर जिले में हथियार आपूर्तिकर्ताओं को 70 राइफल बेची थी. केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर एनआईए ने अक्टूबर 2018 में मामले की जांच का जिम्मा बिहार पुलिस से ले लिया था.