तेजी से बदलते बाजार और अनिश्चित वैश्विक संकेतों के बीच म्यूचुअल फंड (MF) निवेशकों का भरोसा डगमगाता नजर आ रहा है. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) द्वारा मार्च 2025 के लिए जारी आंकड़ों के अनुसार, इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में निवेश 11 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया है. साथ ही SIP (सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) इनफ्लो में भी गिरावट दर्ज की गई है.
इक्विटी MF इनफ्लो में गिरावट
मार्च में इक्विटी MF इनफ्लो घटकर 25,017 करोड़ रुपए रह गया, जो फरवरी के 29,241 करोड़ रुपए से करीब 14% कम है. यह लगातार दूसरा महीना है जब इसमें गिरावट देखने को मिली है. जनवरी 2025 में यह आंकड़ा 39,706 करोड़ रुपए, दिसंबर 2024 में 41,136 करोड़ रुपए और अक्तूबर 2024 में 41,865 करोड़ रुपए पर था.
SIP इनफ्लो 4 महीने के न्यूनतम स्तर पर
मार्च में SIP इनफ्लो 25,926 करोड़ रुपए रहा, जो फरवरी के 25,999 करोड़ रुपए से मामूली कम है. हालांकि, यह पिछले चार महीनों का सबसे कम स्तर है. जनवरी में SIP इनफ्लो 26,459 करोड़ रुपए रहा था, जबकि दिसंबर और नवंबर 2024 में क्रमशः 26,459 करोड़ और 25,320 करोड़ रुपए रहा था.
गौर करने वाली बात यह है कि मार्च में 51 लाख SIP अकाउंट्स बंद किए गए, जो निवेशकों की सतर्कता और असमंजस को दर्शाता है.
थीमेटिक फंड्स में जबरदस्त गिरावट
AMFI के अनुसार सेक्टोरल/थीमेटिक फंड्स में निवेश में 97% की भारी गिरावट दर्ज की गई है, जो दर्शाता है कि निवेशक इन हाई रिस्क फंड्स से दूरी बना रहे हैं.
स्मॉलकैप फंड्स ने दिखाई मजबूती
हालांकि गिरावट के इस माहौल में स्मॉलकैप फंड्स में निवेश में इजाफा हुआ है. मार्च में इसमें निवेश 4,092 करोड़ रुपए रहा, जो फरवरी के 3,722.5 करोड़ रुपए से अधिक है. इससे पहले जनवरी 2025 में यह आंकड़ा 5,720 करोड़ रुपए तक पहुंच गया था.
लार्जकैप फंड्स में भी कमी
लार्जकैप फंड्स में निवेश मार्च में 2,479 करोड़ रुपए रहा, जो फरवरी के 2,866 करोड़ रुपए से कम है. पिछले महीनों की तुलना में यह भी एक कमजोर प्रदर्शन है.













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