Majhi Ladki Bahin Yojana: लाडकी बहन योजना की 7 वीं किस्तके पैसे लाभार्थियों के खाते में हुए जमा, महिलाओं का सवाल पेंडिंग फ़ार्म का क्या?
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Majhi Ladki Bahin Yojana: महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार ने 'माझी लाडली बहन योजना' की जनवरी महीने की 7वीं किस्त के पैसे जारी कर दिए हैं। पैसे जारी होने के बाद लाखों महिलाएं खुश हैं, लेकिन वे महिलाएं जिनका आवेदन अभी तक पेंडिंग है, वे निराश हैं। न तो उनका फार्म चेक किया जा रहा है और न ही सरकार की तरफ से कोई जानकारी दी जा रही है कि पेंडिंग फार्म कब चेक किए जाएंगे.

बड़ी संख्या में फार्म पेंडिंग

महिलाएं महाराष्ट्र सरकार से सवाल कर रही हैं कि चुनाव से पहले उनसे वादे करके वोट तो ले लिए गए, लेकिन अब उन्हें 'लाडली बहन योजना' का लाभ नहीं दिया जा रहा है, जबकि उन्होंने तय तारीख के भीतर फार्म जमा किया था. यह भी पढ़े: Mukhyamantri Majhi Ladki Bahin Yojana: लाडली बहनों को ₹2100 और मुफ्त सिलेंडर कब से मिलेंगे? मुख्यमंत्री माझी लड़की बहन योजना पर आ गया बड़ा अपडेट

'माझी लाडली बहन योजना' के तहत बड़ी संख्या में महिलाओं का आरोप है कि जुलाई महीने में उनका फार्म चेक होने के बाद उन्हें पैसे तो आ रहे हैं. लेकिन उनके खाते में जुलाई से लेकर जनवरी तक के 7 महीने के 10,500 रुपये नहीं आए. आरोप है कि बीच के पैसे कहा गायब हो गए।

बैंक से आधार लिंक कराने के बाद भी नहीं मिल रहे पैसे

इस योजना के तहत जिन लाभार्थियों के बैंक अकाउंट आधार से लिंक हैं, उन्हीं के खाते में पैसे आ रहे हैं. जब कुछ महिलाओं को यह पता चला कि उनका अकाउंट आधार से लिंक नहीं है, तो उन्होंने अपने अकाउंट को आधार से लिंक कराया. इसके बावजूद, उनके खाते में पैसे नहीं आ रहे हैं, जबकि वे इस योजना के तहत पात्र हैं.

महिलाओं के कई सवाल, सरकार की तरफ से जवाब नहीं

महिलाएं 'माझी लाडली बहन योजना' को लेकर कई सवाल उठा रही हैं, लेकिन सरकार की तरफ से कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिल रहा है, जिससे वे परेशान हैं. उनका कहना है कि सरकार ने सिर्फ चुनाव में वोट लेने के लिए उनका इस्तेमाल किया, और अब उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा.

नेताओं के बयान से भी परेशान लाडली बहनें

हाल के दिनों में कैबिनेट मंत्री अदिति तटकरे और प्रदेश के डिप्टी सीएम अजीत पवार ने बयान दिया था कि जो महिलाएं इस योजना की पात्र नहीं हैं, वे इसका लाभ ले रही हैं, तो उन्हें इस योजना से बाहर किया जाएगा. इसके अलावा, नेताओं ने यह भी कहा था कि अवैध तरीके से लाडली बहन योजना का लाभ लेने वाली लाभार्थियों से पैसे वसूले जाएंगे. हालांकि, बाद में सरकार की ओर से यह सफाई दी गई कि पैसे वापस नहीं लिए जाएंगे, लेकिन जो महिलाएं इस योजना के तहत पात्र नहीं हैं, उन्हें स्वेच्छा से योजना से बाहर निकल जाना चाहिए.

2.46 करोड़ पात्र लाभार्थी महिलाओं को मिला लाभ

'लाडली बहन योजना' के तहत 2.46 करोड़ पात्र लाभार्थी महिलाएं हैं. जिन्हें 7वीं किस्त में 21,000 करोड़ रुपये की सहायता प्रदान की गई है. वहीं 7वीं क़िस्त के पैसे जारी होने के बाद अब लाडली बहनों को 8 को क़िस्त के पैसे के तारीख के घोषणा का इंतजार हैं.