International Women's Day 2024: विश्व महिला दिवस पर दें प्रभावशाली एवं ओजस्वी भाषण
(Photo Credits: File Photo)

 International Women's Day 2024: साल 1909 में अमेरिकी सोशलिस्ट पार्टी ने हर वर्ष 8 मार्च को महिला दिवस मनाने की घोषणा की थी. इस अवसर पर अगर आपको अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर भाषण देने के लिए आमंत्रित किया जाए, तो आपके लिए यह काफी प्रभावशाली एवं उपयोगी भाषण साबित हो सकता है. आइये जानते हैं अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर बेहतर भाषण कैसे तैयार अथवा प्रस्तुत किया जा सकता है.

ऐसे करें अपने भाषण की शुरुआत

   मान्यवर मुख्य अतिथि महोदय, सम्मानित प्रधानाचार्य एवं अध्यापक गण, तथा मेरे प्रिय मित्रों आप सभी को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं.

   आज महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं. फिर चाहे वह देश सुरक्षा, प्रशासनिक सेवा, ज्ञान-विज्ञान, मेडिकल, व्यवसाय, राजनीति, साहित्य अथवा धर्म किसी भी क्षेत्र की बात हो. कुछ क्षेत्रों में तो वह पुरुषों से भी आगे हैं. लेकिन 100-150 साल पहले ऐसी स्थिति नहीं थी. उन्हें प्रारंभिक शिक्षा तक से वंचित रखा जाता था, उनके सेहत को अनदेखा किया जाता था. उन्हें सम्मान देना तो दूर की बात है. घर की चारदीवारी के भीतर उन्हें घर की रसोई या फिर बच्चा पैदा करने तक सीमित रखा जाता था.

  8 मार्च 1908 में महिला क्रांति की पहली ज्वाला न्यूयॉर्क (अमेरिका) की 15 हजार महिलाओं ने प्रज्वलित की. न्यूयार्क की सड़कों पर प्रदर्शन किया, कम घंटे, बेहतर वेतन, और मतदान के अधिकार की मांग की. तमाम त्याग और बलिदान के बाद 1911 में उन्हें पहली जीत हासिल हुई. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मिली इस जीत की आंधी आस्ट्रिया, डेनमार्क, जर्मनी और स्विट्जरलैंड होते हुए विश्व भर तक फैली. आज हश्र सामने है. जब महिला हर क्षेत्र में अपना प्रतिनिधित्व, अपना वर्चस्व दर्शा रही है. समय आ गया है, जब हमें स्त्री का सम्मान लिंग के आधार पर नहीं उसकी पहचान के रूप में करना होगा.

   महोदय आज हम सभी यहां अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के सेलिब्रेशन के अवसर पर उपस्थित हुए हैं, क्योंकि आज भी दुनिया के 70 फीसदी इलाकों में महिलाएं दोयम की जिंदगी गुजार रही हैं, हमें उनके भी सर्वत्र उत्थान की बात सोचनी होगी. इसलिए विषय को अनावश्यक खींचने के बजाय मैं सहज और सरल शब्दों में अपनी बात खत्म करना चाहूंगा, और वह है महिला सशक्तिकरण को प्रभावी बनाना.

  महिला सशक्तिकरण का आशय है,

 इससे महिलाएं शक्तिशाली बनती है, वे अपने जीवन से जुड़े सभी फैसले स्वयं ले सकती हैं, अपने अधिकारों की लड़ाई खुद लड़ सकती हैं. महिला सशक्तिकरण को पांच प्रमुख घटकों में समझा जा सकता है. प्रथम  महिलाओं की आत्म मूल्य की भावना, दूसरा विकल्प चुनने और निर्णय लेने का अधिकार, तीसरा अवसरों एवं संसाधनों तक पहुंचने का अधिकार, चौथा घर के भीतर और बाहर दोनों जगह अपने अस्तित्व को नियंत्रित करने की शक्ति रखने का अधिकार और  पांचवा दिशाओं को प्रभावित करने की उनकी क्षमता..

  उम्मीद है अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर मेरा यह संक्षिप्त भाषण आपको पसंद आया होगा.

इस अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आप सभी महिलाओं को हार्दिक शुभकामनाएं