मेरठ, 27 मार्च : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तीन दशक पहले जिस तरह अरुण गोविल ने रामायण में मजबूती के साथ श्रीराम के चरित्र को जीवंत किया था, उसी तरह आज वह मेरठ की पहचान बनने जा रहे हैं. अरुण गोविल अब मेरठ में इतिहास रचेंगे, क्योंकि मेरठ इतिहास में दर्ज नहीं होता, बल्कि यह हमेशा इतिहास रचता है.
मुख्यमंत्री ने बुधवार को यहां चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के नेताजी सुभाष चंद्र बोस प्रेक्षागृह में आयोजित प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को संबोधित किया. उन्होंने शहर के डॉक्टर, प्रोफेशनल्स, सीए, टीचर्स और उद्यमियों के बीच पहुंचकर भाजपा प्रत्याशी अरुण गोविल के पक्ष में मतदान की अपील की. यह भी पढ़ें : महुआ मोइत्रा को ‘बदले की राजनीति’ के तहत ईडी समन जारी किया गया: तृणमूल कांग्रेस
सीएम ने मेरठ के वर्तमान सांसद राजेन्द्र अग्रवाल की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने सहजता और ईमानदारी के साथ अपना उत्तराधिकारी अरुण गोविल को चुना है जिन्होंने तीन दशक पहले कालजयी धारावाहिक 'रामायण' में श्रीराम की भूमिका निभाकर लोकप्रियता हासिल की. कोरोना काल में भी यह सबसे ज्यादा देखा जाने वाला कार्यक्रम बना, इससे दूरदर्शन की टीआरपी बढ़ गई. अब वह मेरठ की पहचान बनने जा रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने बताया कि पहले हमारे पर्व और त्योहारों में ज्यादातर फूहड़ गीत बजाए जाते थे. मगर इस बार एक गीत जो हर जगह बजता दिखा कि 'जो राम को लाए हैं'. सुनकर बहुत सुकून हुआ. यही बदलाव का सूचक है. उन्होंने कहा कि पहले होली पर 'होली खेले रघुवीरा अवध में' गाया जाता था, मगर जब हम अयोध्या जाते थे तब वहां होली खेलते रघुवीर नहीं मिलते थे. इस बार अयोध्या में श्रीराम ने पूरी भव्यता के साथ होली खेली है.
सीएम ने कहा कि मेरठ में हो रहे परिवर्तनों का साक्षी आज पूरा देश बन रहा है. यहां 32 हजार करोड़ रुपये से रैपिड रेल का काम किया जा रहा है. दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे बनने से मेरठ के लोग एक घंटे से भी कम समय में दिल्ली पहुंच जाते हैं. प्रदेश का पहला खेल विश्वविद्यालय मेरठ में बनाया जा रहा है. उन्होंने गंगा एक्सप्रेसवे का जिक्र करते हुए कहा कि यही विकास की तस्वीर है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री बार-बार इसीलिए जीत रहे हैं क्योंकि उन्होंने देश में विकास करके दिखाया है. मोदी सरकार में सीमाएं सुरक्षित हुई हैं और आतंकवाद पर लगाम लगी है. पहले धारा 370 हटाने की किसी ने हिम्मत नहीं दिखाई, लेकिन प्रधानमंत्री ने उसे भी हटा कर दिखाया.