शिव थापा और मोहम्मद हुसामुद्दीन सहित भारत के छह मुक्केबाजों ने फिनलैंड के हेलसिंकी में चल रहे 38वें जीबी मुक्केबाजी टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई. तीन बार के एशियाई पदक विजेता थापा (60 किग्रा) ने रूस के मिखाइल वर्लामोव को एकतरफा मुकाबले में 5-0 से हराया. विश्व चैंपियनशिप के पूर्व कांस्य पदक विजेता असम के थापा अगले दौर में स्थानीय दावेदार अर्सलान खातेव से भिड़ेंगे. सुमित सांगवान (91 किग्रा) और पूर्व युवा विश्व चैंपियन सचिन सिवाच (52 किग्रा) को हालांकि सेमीफाइनल में हार के साथ कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा.
इस बीच 56 किग्रा वर्ग में दोनों भारतीय मुक्केबाज आमने सामने होंगे। इस वर्ग के फाइनल में हुसामुद्दीन का सामना विश्व चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने वाले कविंदर सिंह बिष्ट से होगा. राष्ट्रमंडल खेलों के कांस्य पदक विजेता हुसामुद्दीन ने करीबी मुकाबले में कजाखस्तान के झानबोलात किदिरबायेव को 3-2 से हराया जबकि बिष्ट ने फ्रांस के जोर्डन रोड्रिग्ज को शिकस्त दी.
दिनेश डागर (69 किग्रा), नवीन कुमार (91 किग्रा से अधिक) और युवा गोविंद साहनी (49 किग्रा) भी फाइनल में जगह बनाने में सफल रहे. डागर ने खंडित फैसले में रूस के सर्जेई सोबिलिन्स्की को 4-1 से हराया और वह फाइनल में राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता इंग्लैंड के पैट मैकोरमैक से भिड़ेंगे. मैकोरमैक दो बार के यूरोपीय रजत पदक विजेता भी हैं. नवीन ने भी आस्ट्रेलिया के जस्टिस हुनी के खिलाफ 4-1 से जीत दर्ज की और वह स्वर्ण पदक के मुकाबले में इंग्लैंड के फ्रेजर क्लार्क के खिलाफ उतरेंगे.
साहनी ने एकतरफा मुकाबले में रूस के आर्तिश सोजान को 5-0 से हराया. वह फाइनल में थाईलैंड के थितिसान पनमोद से भिड़ेंगे. सांगवान को हालांकि इंग्लैंड के शेवोन क्लार्क के खिलाफ 0-5 जबकि सचिन को किर्गिस्तान के अजत उसेनालीव के खिलाफ 1-4 से शिकस्त का सामना करना पड़ा.