चेन्नई: भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी एक विशेष मिशन के तहत मार्च में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (Defense research and development organization) के लिए एक इलेक्ट्रॉनिक खुफिया उपग्रह एमिसैट लांच करेगी. इस मिशन में ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (Polar Satellite Launch Vehicle) के नए संस्करण के साथ अन्य 28 उपग्रह भी अंतरिक्ष में जाएंगे और इस दौरान अलग-अलग कक्षाओं के लिए नई प्रौद्योगिकियों को भी आजमाया जाएगा. इस लांच की सटीक तिथि का फिलहाल खुलासा नहीं हुआ है.
डीआरडीओ के अध्यक्ष के. सिवन ने आईएएनएस को बताया, "यह हमारा का एक विशेष मिशन है. हम पीएसएलवी रॉकेट का उपयोग चार स्ट्रैप-ऑन मोटर्स (बूस्टर) के साथ करेंगे. इसके अलावा पहली बार हम तीन अलग-अलग ऊंचाई पर रॉकेट को पहुंचाने की कोशिश करेंगे."
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उन्होंने कहा, "पीएसएलवी रॉकेट में मुख्य उपग्रह डीआरडीओ का रक्षा खुफिया उपग्रह एमिसैट होगा. इसका वजन 420 किलोग्राम का होगा." सिवन ने बताया, "इसके साथ ही रॉकेट हमारे ग्राहकों के 28 उपग्रह भी लेकर जाएगा, जिनका कुल वजन 250 किलोग्राम है."
डीआरडीओ का एमिसैट इलेक्ट्रॉनिक खुफिया उपग्रह है. इसरो जुलाई, अगस्त में अपने नए रॉकेट लघु उपग्रह प्रक्षेपण यान (Small Satellite Launch Vehicle) के साथ दो और रक्षा उपग्रह भी लांच करेगा. सिवन ने कहा, "763 किलोमीटर की ऊंचाई पर एमिसैट को लॉन्च करने के बाद रॉकेट को 504 किलोमीटर की ऊंचाई पर 28 उपग्रहों को कक्षा में स्थापित के लिए नीचे लाया जाएगा."