नई दिल्ली: भारतीय रेलवे (Indian Railways) की एक जून से चलने वाली 200 गैर-वातानुकूलित विशेष रेलगाड़ियों की बुकिंग आज सुबह 10 बजे से होने वाली है. रेलवे मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को इन ट्रेनों के संचालन का ऐलान किया था. यह घोषणा दिल्ली से 15 जोड़ी स्पेशल एसी ट्रेनें चलाने के एक हफ्ते बाद की गई. सभी नान-एसी ट्रेनों के लिए टिकट की बुकिंग केवल ऑनलाइन IRCTC की अधिकारिक वेबसाइट www.irctc.co.in के जरिए होगी.
रेलवे ने कुछ विशेष ट्रेनों की इस सूची में गैर-वातानुकूलित जन शताब्दी एक्सप्रेस और दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेनों को भी शामिल किया है. इन रेलगाड़ियों में गैर वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी के डिब्बे होंगे और ये रोजाना चलेंगी. ये रेलगाड़ियां मौजूदा समय में प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह प्रदेश पहुंचाने के लिए चलाई जा रही श्रमिक विशेष रेलगाड़ियों एवं राजधानी ट्रेन के रूट पर दिल्ली से 15 शहरों के लिए चलाई जा रही विशेष रेलगाड़ियों के अलावा होंगी. तेलंगाना से 75 विशेष ट्रेन चलाई गई, केन्द्र ने कोई मदद नहीं की : के टी रामाराव
- किसी भी रेलवे स्टेशन पर आरक्षण काउंटर पर कोई टिकट बुक नहीं किया जाएगा. ’एजेंटों’ के माध्यम से टिकटों की बुकिंग की अनुमति नहीं दी जाएगी.
- एआरपी (अग्रिम आरक्षण की अवधि) अधिकतम 30 दिन होगी.
- RAC और प्रतीक्षा सूची को मौजूदा नियमों के अनुसार जारी किया जाएगा. हालांकि केवल कन्फर्म टिकट धारकों को ट्रेन में चढ़ने की अनुमति दी जाएगी.
- यात्रा के दौरान किसी भी यात्री को कोई अनारक्षित (यूटीएस) टिकट जारी नहीं किया जाएगा.
- इन ट्रेनों में कोई भी तत्काल और प्रीमियम तत्काल बुकिंग की अनुमति नहीं दी जाएगी.
- पहले चार्ट को निर्धारित प्रस्थान से कम से कम 4 घंटे पहले तैयार किया जाएगा और दूसरे चार्ट को निर्धारित प्रस्थान से पहले कम से कम 2 घंटे तैयार किया जाएगा.
- सभी यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने से पहले अनिवार्य रूप से चेक किया जाएगा और केवल कोरोना वायरस के लक्षण नहीं होने पर ट्रेन पर चढ़ने दिया जाएगा.
- केवल कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों को ही रेलवे स्टेशन में प्रवेश करने की अनुमति होगी.
- सभी यात्रियों को प्रवेश के दौरान और यात्रा के दौरान मास्क पहनना अनिवार्य होगा.
- स्टेशन पर थर्मल स्क्रीनिंग की सुविधा के लिए यात्री कम से कम 90 मिनट पहले स्टेशन पर पहुंचना पड़ेगा.
- अपने गंतव्य पर पहुंचने पर यात्रा करने वाले यात्रियों को उस राज्य / केंद्रशासित प्रदेश द्वारा निर्धारित ऐसे स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करना होगा.
उल्लेखनीय है कि विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी श्रमिकों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य व्यक्तियों की स्पेशल ट्रेनों से आवाजाही के संबंध में गृह मंत्रालय के आदेश के बाद, भारतीय रेलवे ने 1 मई 2020 से "श्रमिक स्पेशल" ट्रेनें चलाने का फैसला किया. 20 मई 2020 तक (सुबह 10:00 बजे तक), देश भर के विभिन्न राज्यों से कुल 1773 “श्रमिक स्पेशल” ट्रेनों को चलाया गया है. इन “श्रमिक स्पेशल” ट्रेनों से अब तक 23.5 लाख से अधिक यात्री अपने गृह राज्य पहुंच चुके हैं.