Digital Revolution In India: डिजिटल क्रांति में दुनिया को राह दिखा रहा भारत, इतने मिलियन लोग करते हैं इंटरनेट का इस्तेमाल
5G (Photo Credit : Twitter)

भारत में सबसे अधिक ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी बढ़ रही है जो कि विश्व में सबसे अधिक है 1.4 बिलियन से भी अधिक की आबादी वाले भारत देश में 800 मिलियन इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं जिसमें कि1.2 बिलियन मोबाइल उपयोगकर्ता है. वहीं अब भारत में 5G सेवा की शुरुआत हो गई है और हर भारतीय तक हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंच रहा है. विशेष रूप से साइबर स्पेस में हुई बढ़ोतरी से भारत में ई-गवर्नेंस और राष्ट्रीय सुरक्षा को अव्वल दर्जे का महत्व प्राप्त हुआ है.

इंडिया इंटरनेट गवर्नेंस फोरम (IIGF) 2022 के समापन समारोह को संबोधित करते हुए इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी तथा कौशल विकास राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि विश्व में भारत सबसे बड़ा ‘कनेक्टेड’ देश है, जहां 800 मिलियन से अधिक ब्रॉडबैंड उपयोगकर्ता मौजूद हैं. उन्होने कहा कि भारत में आने वाले समय में भारत-नेट परियोजना और सबसे बड़ी ग्रामीण ब्रॉडबैंड कनेक्टीविटी नेटवर्क परियोजना के तहत 1.2 अरब भारतीय उपयोगकर्ता होंगे और इसके साथ ही वैश्विक इंटरनेट में हमारी सबसे बड़ी उपस्थिति हो जायेगी. राजीव चंद्रशेखर ने आगे कहा कि सभी हितधारकों की गहरी संलग्नता इस वैश्विक मानक साइबर विधिक प्रारूप के तीसरे चरण के रूप में सामने आयेगी. उन्होनें उम्मीद जतायी है कि इससे भारतीय इंटरनेट और अर्थव्यवस्था में तेजी आयेगी.

इंडिया इंटरनेट गवर्नेंस फोरम के बारे में इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी सचिव अल्केश कुमार ने कहा कि आईआईजीएफ 2022 की विषयवस्तु ‘लेवरेजिंग टेकेड फॉर एम्पॉवरिंग भारत’ बहुत उपयुक्त है, क्योंकि भारत सर्वश्रेष्ठ इंटरनेट कनेक्टीविटी के साथ उन सभी को जोड़ना चाहता है, जो अब तक इंटरनेट से नहीं जुड़े हैं.

इंडिया इंटरनेट गवर्नेंस फोरम IIGF क्या है

यह यूएन - इंटरनेट गवर्नेंस फोरम से जुड़ी एक पहल है।इंटरनेट गवर्नेंस फोरम एक बहु-हितधारक प्लेटफॉर्म है जो विभिन्न समूहों के प्रतिनिधियों को एक साथ आगे लाता है. IIGF में इंटरनेट गवर्नेंस से संबंधित लोक नीति के मुद्दों पर चर्चा होती है। इंडिया इंटरनेट गवर्नेंस फोरम अंतर सरकारी संगठनों, निजी कंपनियों, तकनीकी समुदाय, शैक्षणिक समुदाय और नागरिक समाज संगठनों के बीच चर्चा को सुविधाजनक बनाने की क्षमता प्रदान करता है.

भारत में बढ़ती डिजिटल कनेक्टिविटी

तकनीकी के साथ डिजिटल कनेक्टिविटी पूरी दुनिया बदल रही है जो नये भारत को आकार दे रही है. भारत में डिजिटलीकरण के तेजी से बढ़ने पर इंटरनेट-आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिल रहा है. वहीं भारत के पास विश्व के दक्षिणी भू-भाग में आने वाले देशों को इंटरनेट की सुविधा सुगम बनाने की भी क्षमता है. भारत सरकार ने इंटरनेट आधारित पारिस्थितिकी तंत्र के विकास को और तेज करने के लिए भारतनेट, डिजिटल इंडिया, ब्रांड इंडिया और स्टार्टअप इंडिया जैसी परियोजनाओं को शुरू किया है.

भारत में इंटरनेट की शुरुआत

भारत में इंटरनेट की शुरुआत 1986 में हुई थी और तब यह केवल शैक्षिक और अनुसंधान समुदाय के लिए ही उपलब्ध था. इंटरनेट तक आम जनता की पहुंच 15 अगस्त 1995 को शुरू हुई. जबकि 2005 से, देश में ब्रॉडबैंड क्षेत्र के विकास में तेजी आई है. आज भारत में इंटरनेट का उपयोग सार्वजनिक और निजी दोनों कंपनियों द्वारा डायल-अप (PSTN), xDSL, समाक्षीय केबल, ईथरनेट, FTTH, ISDN, HSDPA (3G), WiFi, WiMAX, आदि सहित विभिन्न तकनीकों और मीडिया का उपयोग करके प्रदान किया जाता है.