पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में वास्तविक नियंत्रण रेखा (Actual Line of Control) पर चीन की नापाक हरकतों के कारण तनाव जारी है. भारत किसी भी हाल में चीन पर भरोसा करने के मूड में नजर नहीं आ रहा है. क्योंकि भारत जानता है कि चीन हमेशा पीठ पर खंजर घोंपना जानता है. वहीं चीन-भारत विवाद को लेकर देश के भीतर सियासी जंग जारी है. एक तरफ जहां पर राहुल गांधी चीन को लेकर मोदी सरकार पर हमला कर रहे हैं. तो वहीं कई पार्टी चीन और भारत विवाद पर देश के साथ खड़े नजर आ रहे हैं. दरअसल तृणमूल कांग्रेस, बीजेडी, वाईएसआर कांग्रेस, टीडीपी और लेफ्ट पार्टी के सदस्य राजनाथ सिंह के मंगलवार को दिए बयान के बाद बैठे रहे, जबकि कांग्रेस ने वॉकआउट किया था.
इसी बीच समाजवादी पार्टी (SP) के नेता अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का एक बयान सामने आया है. चीन विवाद पर अखिलेश यादव ने कहा कि इस मसले पर समाजवादी पार्टी का स्पष्ट रुख है. बीजेपी को उस गलती को नहीं दोहराना चाहिए जो कांग्रेस ने की थी. इसका मतलब साफ है कि अखिलेश यादव ने एक तीर से दो निशाना साधा है, जिसमें एक तरफ वो सरकार के साथ हैं और दूजी तरफ वे कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं. यह भी पढ़ें:- India-China Border Issue: राज्यसभा में बोले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह- चीन नहीं मानता LAC सीमांकन, हम भी हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार.
ANI का ट्वीट:-
On the issue of China, Samajwadi Party has a clear stand. BJP should not repeat the mistake that Congress made: SP leader and MP from Azamgarh (UP) Akhilesh Yadav pic.twitter.com/VUCc8pAwik
— ANI (@ANI) September 17, 2020
बता दें कि इससे पहले बहुजन समाज पार्टी (BSP) की मुखिया मायावती ने भरोसा जताया है कि केंद्र सरकार देश की अपेक्षा के अनुरूप पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीन को करारा जवाब देती रहेगी. चीन के साथ सीमा विवाद पर जारी संघर्ष को लेकर लोगों की चिंता स्वाभाविक है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर उनकी पार्टी सरकार और सेना के साथ है. 15 जून को गलवान घाटी में 20 भारतीय सैनिकों की शहादत के बाद चीन ने अपनी नापाक हरकतों में कुछ बदलाव किया है. जिसका जवाब देने के लिए भारतीय सेना भी LAC डटी हुई है.