Kota Student Suicide: कोटा में फिर एक छात्र ने लगाया मौत हो गले, डिप्रेशन के चलते की आत्महत्या
कोटा में बी.टेक के एक छात्र ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने सोमवार को बताया कि छात्र पंजाब के जालंधर से बी. टेक कर रहा था और अवसाद से पीड़ित था.
जयपुर, 19 फरवरी : कोटा में बी.टेक के एक छात्र ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने सोमवार को बताया कि छात्र पंजाब के जालंधर से बी. टेक कर रहा था और अवसाद से पीड़ित था. छात्र को घर पर अकेला छोड़कर उसके परिजन रविवार को एक शादी समारोह में शामिल होने लखनऊ गये थे. आत्महत्या से पहले उसने अपने पिता को फोन कर कहा, ''पापा, मैं जिंदगी से तंग आ गया हूं.''
कुछ देर बाद जब उसके परिजनों ने उसे वापस फोन किया तो उसने फोन नहीं उठाया. बाद में परिवार के सदस्यों ने एक पड़ोसी को बुलाया, जिसने पूछताछ के बाद कहा कि उनका बेटा दरवाजा नहीं खोल रहा है. घटना रविवार को कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र के अंबेडकर नगर में हुई. सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया.
कुन्हाड़ी थाना के सब-इंस्पेक्टर राजाराम ने कहा, "परिवार अंबेडकर नगर में रहता है. बड़ा बेटा रोहित (23) जालंधर से बी.टेक कर रहा था. वह मानसिक रूप से बीमार था और पिछले दो-तीन साल से उसका इलाज चल रहा था. शनिवार 17 फरवरी को उसके माता-पिता एक रिश्तेदार की शादी में शामिल होने लखनऊ गए थे. रोहित घर पर अकेला था. यह भी पढ़े : कोटा में नीट परीक्षा की तैयारी कर रही नाबालिग छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म, 4 छात्र पकड़े गए
"उसने रविवार तड़के करीब चार बजे अपने पिता को फोन किया और कहा कि वह अपनी जिंदगी से तंग आ चुका है। कुछ देर बाद उसके पिता ने उसे वापस फोन किया लेकिन उसने फोन का जवाब नहीं दिया." उसके पिता ने फिर अपने पड़ोसी को बुलाया जो घर में गया और रोहित को कई बार बुलाया, लेकिन उसने दरवाजा नहीं खोला.
मृतक के पिता राजेश माथुर ने कहा, "मैं तुरंत अपनी पत्नी के साथ लखनऊ से निकला और रविवार शाम छह बजे कोटा पहुंचा. जब मैं घर पहुंचा, तो मैंने देखा कि रोहित अपने कमरे में लटका हुआ है. पुलिस उसे एमबीएस अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया."
रोहित का छोटा भाई अहमदाबाद में पढ़ता है. कोचिंग हब के रूप में विख्यात हो चुके कोटा में पिछले कुछ साल से जेईई और एनईईटी समेत अन्य प्रतियोगिता परीक्षाओं के उम्मीदवारों केआत्महत्या के मामलों में वृद्धि देखी गई है.