Hyderabad: 18.90 लाख रुपये में नीलाम हुआ बालापुर गणेश का मशहूर लड्डू, जानें इसकी अहमियत
मशहूर-गणेश-लड्डू (photo credits: BALAPUR GANESH UTSAV SAMITHI/FB)

हैदराबाद, 19 सितम्बर: हैदराबाद (Hyderabad) के सबसे लोकप्रिय 21 किलो के लड्डू बालापुर गणेश की रविवार को 18.90 लाख रुपये के सर्वकालिक रिकॉर्ड के साथ नीलामी की गई. आंध्र प्रदेश विधान परिषद के सदस्य रमेश यादव (Ramesh Yadav) ने तेलंगाना के नादरगुल के एक व्यापारी मैरी शशन रेड्डी के साथ प्रसिद्ध लड्डू खरीदा.इसकी बोली 1,116 रुपये में शुरू हुई और कुछ ही मिनटों में सैकड़ों भक्तों द्वारा जोरदार जयकारों के बीच इसे अब तक की सबसे ऊंची बोली के लिए नीलाम कर दिया गया. Ganesh Chaturthi Wishes 2021: अनंत चतुर्दशी पर ये Greetings और Images भेजकर दें शुभकामनाएं

यादव ने इसे आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी को उपहार करार दिया. कोलानू राम रेड्डी, एक व्यवसायी और किसान, जिन्होंने 2019 में 17.60 लाख रुपये में लड्डू खरीदा था, उन्होंने भी इस साल नीलामी में कई अन्य लोगों के साथ भाग लिया. इस नीलामी को देखने के लिए राज्य के शिक्षा मंत्री पी. सबिता इंद्रा रेड्डी, पूर्व विधायक टी. कृष्णा रेड्डी और कई अन्य राजनेता मौजूद थे. शहर के बाहरी इलाके बालापुर गांव में लड्डू की वार्षिक नीलामी गणेश विसर्जन जुलूस की शुरूआत का प्रतीक है, जो शहर के बीचों-बीच हुसैन सागर झील तक पहुंचने के लिए शहर के विभिन्न हिस्सों से होकर गुजरता है. हर साल नीलामी का आयोजन करने वाली बालापुर गणेश उत्सव समिति के मुताबिक 1994 में हुई पहली नीलामी में लड्डू 450 रुपये में बिका था.

तब से, इस मिठाई की लोकप्रियता और कीमत में वृद्धि हुई. चूंकि ऐसा माना जाता है कि यह विजेता के लिए समृद्धि लाता है, इसलिए व्यापारी-राजनेता हर साल बोली लगाने के लिए एक-दूसरे के साथ होड़ करते हैं. 2018 में, लड्डू को 16.60 लाख रुपये में नीलाम किया गया था. पिछले साल, नीलामी रद्द कर दी गई थी क्योंकि कोविड-19 महामारी के कारण कोई सार्वजनिक समारोह नहीं हुआ था. कोलानू मोहन रेड्डी ने 1994 में पहली नीलामी में लड्डू खरीदा था और लगातार पांच साल तक सफल बोली लगाने वाले थे. जैसे ही उसने बोली जीतकर समृद्धि का दावा किया, लड्डू अधिक लोकप्रिय हो गया. विजेता न केवल अपने परिवार और दोस्तों के बीच लड्डू के टुकड़े वितरित करते हैं, बल्कि अपने कृषि क्षेत्रों, व्यापारिक घरानों और घर पर भी अवशेष छिड़कते हैं.