Uttar Pradesh Assembly Elections 2022: अखिलेश और योगी के बीच पोस्टर वॉर शुरू
अखिलेश यादव और सीएम योगी आदित्यनाथ (Photo Credit- PTI)

लखनऊ, 15 मार्च : मीडियाकर्मियों के साथ हाथापाई के बाद मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के खिलाफ एफआईआर का मुद्दा एक राजनीतिक विवाद बन गया है. राज्य की राजधानी में सोमवार सुबह एक होर्डिग लगा है, जिसमें एक तरफ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की तस्वीर है, और दूसरी तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) की तस्वीर है.

1090 क्रॉसिंग पर होर्डिग में दिलचस्प कैप्शन लिखा गया है. अखिलेश की तस्वीर पर कैप्शन है 'मुकदमा लगाए' और उनके खिलाफ लगाए गए आईपीसी की धाराएं वहां वर्णित हैं.

मुख्यमंत्री की तस्वीर पर कैप्शन के रूप में 'मुकदमा हटाए' अंकित है और योगी आदित्यनाथ के खिलाफ हटाए गए आईपीसी की धाराओं का वर्णन है.

अखिलेश ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जब वह सत्ता में लौटेंगे, तो कथित फर्जी मुठभेड़ों और हिरासत में हुई मौतों की जांच के आदेश देंगे.

उन्होंने कहा, "राजनीतिक नेताओं को फर्जी मामलों में फंसाया जा रहा है. संविधान पर हमला हो रहा है. विपक्ष को निशाना बनाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है."

यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कुछ मीडियाकर्मियों के साथ कथित तौर पर मारपीट की गई. इस मामले में अखिलेश यादव और 20 अन्य के खिलाफ मुरादाबाद में मामला दर्ज किया गया.