मुंबई: मुंबई का प्रसिद्ध गणेश पंडाल, लालबागचा राजा, जो हर गणेश उत्सव पर लाखों लोगों को आकर्षित करता है, की स्थापना लगभग एक सदी पहले 1934 में की गई थी. हाल ही में, इस पंडाल की शुरुआती दिनों की दुर्लभ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं. इन तस्वीरों में 1934 से लेकर आज तक गणेश जी की मूर्तियों की झलक देखने को मिल रही है, जो इस पंडाल की यात्रा की कहानी को बयां करती हैं.
साल दर साल का बदलाव
लालबागचा राजा की तस्वीरें दिखाती हैं कि किस प्रकार यह पंडाल समय के साथ विकसित हुआ है. 1934 में इसकी साधारण शुरुआत से लेकर अब तक के भव्य रूप तक की यात्रा की झलक इन तस्वीरों में देखने को मिलती है. इस साल 2024 में, लालबागचा राजा अपने 91वें गणेश उत्सव की तैयारी में है, और पंडाल ने इस बार भी लाखों भक्तों को अपनी ओर आकर्षित किया है.
ब्लैक एंड व्हाइट से रंगीन तस्वीरें
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में हाल की रंगीन तस्वीरों के साथ-साथ पुरानी ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीरें भी शामिल हैं. इन चित्रों में गणेश जी की मूर्तियों का समय के साथ बदलता स्वरूप देखा जा सकता है, जो लालबागचा राजा के बढ़ते लोकप्रियता और ऐतिहासिक महत्व को दर्शाता है.
𝗧𝗿𝗮𝗻𝘀𝗳𝗼𝗿𝗺𝗮𝘁𝗶𝗼𝗻 𝗼𝗳 𝗟𝗮𝗹𝗯𝗮𝘂𝗴𝗰𝗵𝗮 𝗚𝗮𝗻𝗽𝗮𝘁𝗶 𝗳𝗿𝗼𝗺 𝟭𝟵𝟯𝟰 𝘁𝗼 𝟮𝟬𝟮𝟰 | Viral clip source unknown pic.twitter.com/9d0E27cHIL
— MUMBAI NEWS (@Mumbaikhabar9) September 12, 2024
2024 का गणेश उत्सव
इस वर्ष, 2024 में, लालबागचा राजा के गणेश उत्सव की शुरुआत 5 सितंबर को हुई थी. पंडाल ने गणेश चतुर्थी के पावन दिन पर गणपति बप्पा का विराट दर्शन कराया और आम जनता के लिए पंडाल के दरवाजे खोले. यह 10 दिवसीय उत्सव भक्तों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है, जो हर साल इस महोत्सव का हिस्सा बनने के लिए दूर-दूर से आते हैं.
इन दुर्लभ और प्रेरणादायक चित्रों ने दर्शकों को न केवल लालबागचा राजा के इतिहास की एक झलक दी है, बल्कि गणेश उत्सव की समृद्ध परंपरा और सांस्कृतिक महत्व को भी रेखांकित किया है.