छत्तीसगढ़: गर्भवती महिला के लिए CRPF के जवान 'बने मसीहा', कंधे पर लादकर 6 किलोमीटर चलकर अस्पताल पहुंचाने में की मदद

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके में तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों ने मंगलवार को इंसानियत की एक मिसाल पेश की है. गाड़ी की व्यवस्था ना होने पर जवानों ने महिला कोकंधे पर लड़कर अस्पताल पहुचाने में मदद की.

सीआरपीएफ के जवान महिला को अस्पताल ले जाते हुए (Photo Credits ANI)

रायपुर: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके में तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवानों ने मंगलवार को इंसानियत की एक मिसाल पेश की है. बीजापुर जिले के पड़ेड़ा गांव में रहने वाली एक गर्भवती महिला की पेट में दर्द होने पर परिवार के लोगों ने अस्पताल ले जाने के लिए गाड़ी बुलाई. लेकिन गांव तक सड़क की व्यवस्था ना होने पर कोई गाड़ी वाला नहीं आया है. ऐसे में इसकी सूचना सीआरपीएफ के जवानों को लगने के बाद वे वहां पर महिला के लिए मेघदूत बनकर पहुंचे. जिसके बाद जवानों ने उसे एक चारपाई पर लादकर 6 किलोमीटर चलाकर अस्पताल पहुंचाने में मदद की.

सीआरपीएफ के जवानों के मदद को लेकर न्यूज एजेंसी एएनआई की तरफ से एक फोटो शेयर किए गए. जिसमें देखा जा सकता है कि  एक एक उबड़-खाबड़  रास्ते से सीआरपीएफ के जवान महिला को चारपाई पर बैठाकर उसको कंधे पर लादकर अस्पताल ले जाते हुए नजर आ रहे हैं. खबरों की माने तो सीआरपीएफ के जवान  मंगलवार को एक गस्त के दौरान उस इलाके में पहुंचे हुए थे. महिला की तबियत खराब होने की सोचना के बाद उसके घर तक पहुंचकर अस्पताल पहुंचाया. यह भी पढ़े: जम्मू-कश्मीर: बर्फ के नीचे दबे शख्स के लिए फरिश्ता बने भारतीय सेना के जवान, देखें VIDEO- ऐसे बचाई गई जान

वहीं पिछले हफ्ते की बात हैं. कश्मीर में एक महिला को प्रसव संबंधी समस्या होने पर भारतीय सेना के कल्याणकारी दल “खैरियत” के जवानों ने कमर तक गहरी बर्फ में पैदल चलकर महिला को समय पर अस्पताल पहुंचाया जहां उसने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया. उत्तरी कश्मीर स्थित बारामुला के तंगमर्ग क्षेत्र के दर्द पोरा गांव निवासी रियाज मीर ने मंगलवार को परेशानी की अवस्था में सेना के दल को कॉल कर सूचना दी कि उसकी पत्नी को प्रसव पीड़ा हो रही है और उसका परिवार भारी बर्फबारी के कारण अस्पताल ले जाने में असमर्थ हैं. (इनपुट भाषा)

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