तेलंगाना में महिला स्वास्थ्यकर्मी को टीका लगने के 5 दिन बाद मौत, AEFI की तरफ से जांच शुरू
वैक्सीन (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली: सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक द्वारा निर्मित वैक्सीन पहले चरण के अभियान में स्वास्थ्य कर्मी और फ्रंट लाइन वर्कर्स को दी जा रही हैं. अब तक लाखो लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी जा चुकी हैं. जिन्होंने कोरोना महामारी के बीच अपनी जान की परवाह ना करते हुए लोगो की जान बचाई थी. हालांकि कोरोना वैक्सीन लेने के बाद लोगों के स्वास्थ्य पर साईड इफेक्ट की भी कई राज्यों से शिकायत आई. जिसमें तमिलनाडु राज्य भी शामिल हैं. इस राज्य से ही खबर है कि एक महिला स्वास्थ्यकर्मी (Women Health Worker) को टीका लगने के पांच दिन बाद रविवार को उसकी मौत हो गई.

महिला स्वास्थ्यकर्मी की मौत के बाद राज्य में कोरोना के टीके को लेकर हडकंप मच गया है. ऐसे में महिला की मौत कोरोना के टीके की वजह से ही हुई है या अन्य वजह हैं. डिस्ट्रिक्ट एडवर्स इफेक्ट ऑफ्टर वैक्सीनेशन (AEFI) कमिटी की तरफ से मामले की जांच कर रही हैं और जल्द ही इस बारे में राज्य AEFI कमिटी को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. यह भी पढ़े: Coronavirus Vaccine Update: मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस टीका के परीक्षण में शामिल होने के नौ दिन बाद व्यक्ति की मौत

मृतक महिला स्वास्थ्यकर्मी को 19 जनवरी को कोरोना का टीका लगा था. बताया जा रहा है कि उसके बाद से ही उसकी तबियत ठीक नहीं चल रही थी. रविवार को उसकी तबियत ज्यादा बिगड़ने  के बाद उसने दम तोड़ दिया.

बता दें कि 16 जनवरी से देश भर में कोरोना वायरस टीकाकरण कार्यक्रम शुरू हैं. प्राथमिकता के आधार पर स्वास्थ्य कर्मियों को टीके दिए जा रहे हैं. अब तक लाखों स्वास्थ्य कर्मी और फ्रंट लाइन वर्कर्स  को वैक्सीन दी जा चुकी है. इन्होने कोरोना महामारी जब अपने चरम पर थी लोगों की जान बचाने के लिए अपनी अहम भूमिका अदा की थी. पहले चरण में जहां सरकार की तरफ से इन सभी लोगों को जहां मुफ्त में टीका लग रही है. वहीं आम लोगों को पैसे देकर टीका लगवाना पड़ेगा.