प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को राजस्थान के बाड़मेर में चुनावी रैली संबोधित करते हुए पाकिस्तान को चेतावनी दे डाली. पीएम मोदी ने कहा कि पीएम मोदी ने कहा, ''भारत ने पाकिस्तान की धमकी से डरने की नीति को छोड़ दिया है. आए दिन पाकिस्तान न्यूक्लियर बम की धमकी देता था. लेकिन उसे समझ नहीं आता कि हमने परमाणु बम दीवाली के लिए नहीं बचा रखे हैं. जिसके बाद पाकिस्तान ने भारत ने पाकिस्तान की धमकी से डरने की नीति को छोड़ दिया है. उन्होंने कहा, ''पाकिस्तान को मिली खुली छूट के कारण देश में आतंकी हमले आम बात थी.
पीएम मोदी ने कहा, हमने पाकिस्तान की सारी हेकड़ी निकाल दी. साथ ही, उसे कटोरा लेकर दुनिया भर में घूमने के लिए मजबूर कर दिया. उन्होंने कहा कि1971 में तत्कालीन सरकार ने जम्मू कश्मीर और घुसपैठ की समस्या का स्थायी समाधान करने का मौका गंवा दिया. उन्होंने कहा कि 90,000 पाकिस्तानी सैनिक हमारे कब्जे में थे. लेकिन उसके बदले हमने शिमला में जाकर क्या किया. जवान जो जीतकर लाए थे, सरकार ने सब टेबल पर गंवा दिया. उन्होंने कहा कि दुनिया भर से पड़े दबाव के चलते तत्कालीन (कांग्रेस) सरकार झुक गई और मामला बंद कर दिया.
यह भी पढ़ें:- भारतीय नौसेना हुई और सशक्त, लॉन्च किया INS Imphal, देश की समुद्री सीमा पर दुश्मनों को मात देगा ये विध्वंसक जहाज
पीएम मोदी ने कहा, 90 हजार सैनिक भी वापस कर दिए और हमने जो जमीन कब्जा की थी वह भी वापस कर दी. वह सुनहरा मौका था उन 90,000 युद्ध बंदियों के बदले में जम्मू कश्मीर की समस्या को हल करने का, घुसपैठ की समस्या को हमेशा के लिए खत्म करने का. भारत के हाथ में तुरूप का पत्ता था. लेकिन मौका गंवा दिया। परिणाम पूरा भारत आज भुगत रहा है, वही आज की स्थिति यह है कि भारत ने बिना युद्ध किए पाकिस्तान की सीमा के भीतर घुसकर आतंकवादियों को ढेर किया और पाकिस्तान पूरी दुनिया में रो रहा है.
#WATCH Prime Minister Narendra Modi in Barmer, Rajasthan: India has stopped the policy of getting scared of Pakistan's threats. Every other day they used to say "We've nuclear button, we've nuclear button".....What do we have then? Have we kept it for Diwali? pic.twitter.com/cgSLoO8nma
— ANI (@ANI) April 21, 2019
पीएम मोदी ने कहा कि 1971 की लड़ाई के बाद सरकार के पास कश्मीर समस्या को सुलझाने का मौका था जिसे उन्होंने गंवा दिया. उन्होंने कहा, "यहां अनेक पूर्व सैनिक हैं जिन्होंने 1971 की लड़ाई में हिस्सा लिया था.