अंबाला, 4 नवंबर : हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने गत विधानसभा चुनाव में सहयोग करने के लिए सोमवार को कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया. इस दौरान विज और उनके समर्थक जमकर थिरके. मंच से अपने संबोधन में अनिल विज ने साफ तौर पर आरोप लगाया कि चुनाव में "मुझे हरवाने, चुनाव में खून-खराबा करने और यहां तक की मेरी हत्या करवाने की भी साजिश रची गई".
विज ने इस दौरान चुनाव में साथ नहीं देने वाले वालों को "गद्दार" बताया. विज ने कहा इस बार कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दो झंडे दिए गए, एक कांग्रेस का तो दूसरा किसान यूनियन का. कार्यक्रम में विज का कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया. उन्होंने कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाया और चुनाव में मेहनत करने वालों को सम्मान भी दिया. तथाकथित "गद्दारों" के बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री की फोटो अपने सोशल मीडिया पर लगाने का कोई हक नहीं है. मैं ऐसे लोगों से कहना चाहूंगा कि वे अपने सोशल मीडिया अकाउंट से मुख्यमंत्री की फोटो हटाएं. यह भी पढ़ें : Mumbai: शिवसेना UBT उम्मीदवार संजय राउत के भाई सुनील राउत खिलाफ FIR दर्ज, शिंदे गुट की महिला कैंडिडेट के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी आरोप
अनिल विज यहीं नहीं रुके. उन्होंने मंच से अपने संबोधन में अफसरशाही को भी जमकर निशाने पर लिया और कहा, "कुछ गद्दारों के साथ मिलकर अधिकारियों ने मुझे हरवाने की भरसक कोशिश की. मेरे कार्यक्रमों में खून-खराबा करवाने की कोशिश हुई. मेरी हत्या तक की साजिश हुई. किसान यूनियन का झंडा और डंडे लिए लोग मेरी जनसभा में घुस गए. लेकिन, जनता ने मेरा साथ दिया. लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरि होती है और जनता जब आपका साथ दे, तो आपका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है. शायद यह बात मेरे विरोधियों को नहीं पता थी, इसलिए वे लगातार साजिशें रचे जा रहे थे, लेकिन उनकी सभी साजिशें धराशायी हो गईं.