बेंगलुरु, 19 जनवरी : "कर्नाटक में गोधरा जैसी घटना दोहराई जा सकती है" वाली टिप्पणी के लिए शुक्रवार को राज्य पुलिस ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता बी.के. हरिप्रसाद से पूछताछ की, जिसके बाद नेता ने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें पता नहीं चल रहा कि यह कांग्रेस की सरकार है या आरएसएस के नेतृत्व वाली सरकार. हरिप्रसाद ने कहा, "क्या यह कांग्रेस सरकार है या आरएसएस के नेतृत्व वाली सरकार? मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि मैं किस सरकार के अधीन हूं."
हरिप्रसाद ने पुलिस से कहा, ''मैं वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं चाहता; अगर जरूरत पड़ी तो आप मुझे गिरफ्तार कर सकते हैं.'' उन्होंने कहा, "मैंने पुलिस से कहा है कि यदि आवश्यक हो तो मेरा पॉलीग्राफ (झूठ पकड़ने वाला परीक्षण) किया जाए. वे मुझे थाने ले जाएं और पूछताछ करें. मेरे साथ-साथ, उन्हें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र का भी पॉलीग्राफ परीक्षण करने दें. यदि मेरी ऐसी दुर्दशा है, तो सामान्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं की क्या दुर्गति होगी?'' हरिप्रसाद ने कहा, "सरकार ने आरएसएस पदाधिकारी कल्लडका प्रभाकर भट के खिलाफ कार्रवाई नहीं की है, जिन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक बयान जारी किया था. भाजपा के कारवार सांसद अनंतकुमार हेगड़े के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जिन्होंने मुख्यमंत्री को 'बेटा' कहकर संबोधित किया था.' यह भी पढ़ें : राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाली के खिलाफ याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने लगाया 1 लाख का जुर्माना
"मैं उनकी धमकियों के आगे नहीं झुकूंगा. मैं अपने पहले के बयान पर कायम हूं. अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को उचित सुरक्षा दी जानी चाहिए." हरिप्रसाद ने कहा था कि कर्नाटक में गोधरा जैसी घटना दोहराये जाने की संभावना है. उन्होंने राज्य सरकार से आने वाले दिनों में अयोध्या की यात्रा करने वालों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया था. हरिप्रसाद ने कहा, "विभिन्न राज्यों से मिली जानकारी के अनुसार, कर्नाटक में गोधरा जैसी घटना हो सकती है. यहां की सरकार को अयोध्या की यात्रा करने वालों को सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए."