मुंबई: कोविड-19 (COVID-19) महामारी से हज यात्रा (Haj 2021) भी स्पष्ट रूप से प्रभावित हो रहा है. भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते कहर के बीच इस साल की हज यात्रा को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है. भारत में हज समिति (एचएसआई) ने कहा है कि किसी भी भारतीय मुस्लिम को तब तक वार्षिक हज यात्रा के लिए जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी, जब तक कि उसने कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक नहीं ली है. कोरोना वायरस के चलते पिछले साल सऊदी सरकार ने विदेशियों के लिए हज यात्रा को बंद कर दिया था. कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा आठ महीने में दूसरी बार कोरोना वायरस से संक्रमित
एचसीआई के सीईओ मकसूद अहमद खान ने गुरुवार को देर रात सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्रालय और जेद्दा में भारतीय महावाणिज्य दूतावास के ताजा निर्देशों के बाद यह घोषणा की. साथ ही उन लोगों को सलाह दी गई है, जिन्होंने हज 2021 के लिए वैक्सीन की पहली खुराक लेने के लिए आवेदन किया था, अब उन्हें यात्रा से पहले दूसरी खुराक दी जा सकती है.
हालांकि, खान ने स्पष्ट किया कि सऊदी अरब के अधिकारियों की ओर से अभी तक हज यात्रा की स्थिति पर कोई आधिकारिक बातचीत नहीं हुई है. खान ने कहा, यदि भारतीय मुस्लिम समुदाय हज-2021 के लिए जाते हैं, तो उनके लिए जून के मध्य से उड़ानें शुरू होंगी. इस वर्ष जुलाई 2021 को हज का फर्ज अदा होना है.
हज के दौरान कोविड-19 के दिशा निर्देशों का भी पालन करना होगा. बताया जा रहा है कि 26 जून से हज यात्रियों की सऊदी अरब (Saudi Arabia) रवानगी शुरू होगी और 13 जुलाई को आखिरी उड़ान भरी जाएगी. वहीं वापसी 14 अगस्त से शुरू होगी. दरअसल कोरोना की वजह से हज 2020 पर ना जा पाने वाले 1 लाख 23 हजार लोगों के 2100 करोड़ रुपए बिना किसी कटौती के वापस कर दिए गए थे. वहीं सऊदी अरब सरकार ने 2018-19 के हज यात्रियों के यातायात के लगभग 100 करोड़ रुपए वापस किए. बता दें कि भारत से औसतन हर साल लगभग दो लाख लोग हज के लिए सऊदी अरब जाते हैं.