गुरुग्राम, 7 अक्टूबर: मच्छर जनित बीमारियों के प्रकोप को रोकने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने जिला प्रशासन के सहयोग से 22.70 लाख से अधिक घरों की जांच की और 11,311 घरों में मच्छरों के लार्वा पाए जाने पर उन्हें नोटिस जारी किया है. गुरुग्राम के सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव ने बताया कि जिले में अब तक डेंगू के 1,897 सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं, जिनमें से 83 डेंगू और मलेरिया के दो मरीजों की पुष्टि हो चुकी है.
यादव ने बताया कि अब तक दो लाख से ज्यादा लोगों का टेस्ट किया जा चुका है. स्वास्थ्य विभाग की टीम भी मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए अभियान चला रही है. यादव ने कहा, "टीम लार्वा विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रही है जिसके तहत मच्छर प्रभावित क्षेत्रों में टेमेफोस दवा का छिड़काव किया जा रहा है. गैम्बूसिया मछली मच्छरों के प्रजनन को रोकने में बहुत प्रभावी है, इसे ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने मत्स्य विभाग के सहयोग से, जिले में स्थित 173 जलाशयों में गंबूसिया मछली डाली है. "यह भी पढ़े: तमिलनाडु स्वास्थ्य विभाग मच्छरों के प्रजनन को नियंत्रित करने के लिए फॉगिंग और अन्य तरीकों को बढ़ाएगा क्योंकि राज्य ... - Latest Tweet by IANS Hindi
स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि जिले में मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए 56 मशीनों के माध्यम से क्षेत्रवार फॉगिंग की जा रही है. उन्होंने बताया कि फॉगिंग के लिए नगर निगम गुरुग्राम (एमसीजी) के हेल्पलाइन नंबरों पर 18001801817 और 0124-44055779 पर संपर्क किया जा सकता है. इसके अलावा सेक्टर-31 पॉलीक्लिनिक व सेक्टर-10 सिविल अस्पताल में डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया की नि:शुल्क जांच व इलाज की सुविधा उपलब्ध है.चिकनगुनिया के लिए एनएस-1 और एलजीआई परीक्षण के लिए 600 रुपये और डेंगू के परीक्षण के लिए 1,000 रुपये से अधिक शुल्क नहीं लेने के निर्देश दिए गए हैं. इसका उल्लंघन करने पर संबंधित अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.