मुंबई, 18 मार्च : अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व (US Central Bank Federal Reserve) के ब्याज दरों को स्थिर रखने के फैसले के बाद अंतर्राष्ट्रीय बाजार (International market) में सोने और चांदी (Gold and silver) में जोरदार उछाल आई है. कॉमेक्स पर सोना बीते सत्र से एक फीसदी से अधिक उछला है जबकि चांदी दो फीसदी से ज्यादा उछली है. सोना फिर 1,750 डॉलर प्रति औंस के ऊपर चला गया है और इस सप्ताह की तेजी को देखते हुए जानकार बताते हैं कि पीली धातु जल्द ही वापस 1,800 डॉलर प्रति औंस के लेवल को छू सकता है. वैश्विक बाजार में बुलियन में गुरुवार को लगातार चौथे सत्र में तेजी का सिलसिला जारी रहा और इन चार दिनों में सोने के भाव में 33 डॉलर प्रति औंस से ज्यादा की उछाल आई है.
अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर सोने के अप्रैल अनुबंध में बीते सत्र से 23.60 डॉलर यानी 1.37 फीसदी की तेजी के साथ 1,750.70 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था जबकि कारोबार के दौरान सोने का भाव 1,753.30 डॉलर प्रति औंस तक उछला. वहीं, कॉमेक्स पर चांदी के मई अनुबंध में बीते सत्र से 2.19 फीसदी की तेजी के साथ 26.62 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था. जानकार बताते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने में आई तेजी से गुरुवार को भारतीय सर्राफा बाजार की रौनक बनी रहेगी और वायदा बाजार एमसीएक्स पर भी जबरदस्त तेजी देखने को मिल सकती है. घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर बुधवार को सोने का अप्रैल अनुबंध बीते सत्र से मामूली बढ़त के साथ 44,840 रुपये प्रति 10 ग्रमा पर बंद हुआ था और चांदी के मई अनुबंध में हल्की बढ़त के साथ 76,250 रुपये प्रति किलो पर कारोबार बंद हुआ था. यह भी पढ़ें : Gold Price Today: सोने और चांदी की कीमतों में आयी तेजी, जानिए मौजूद रेट
आईआईएफएल सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसीडेंट और कमोडिटी बाजार के जानकार अनुज गुप्ता का अनुमान है कि सोना अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 1,780 से 1,800 डॉलर प्रति औंस के करीब रह सकता है और चांदी 28 से 30 डॉलर प्रति औंस के बीच रहेगी. उनका अनुमान है कि भारत में सोना वापस 47,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के लेवल पर जाएगा जबकि चांदी में 70,000 से 72,000 रुपये प्रति किलो का स्तर देखने को मिल सकता है. केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने भी कहा कि सोना घरेलू वायदा बाजार में बीते सत्र में सपाट बंद हुआ था, मगर फेड के फैसले के बाद अंतर्राष्ट्रीय बाजार में जो तेजी आई है उससे घरेलू सर्राफा बाजार में भी जबरदस्त उछाल देखने को मिल सकती है. केडिया ने बताया कि फेडरल रिजर्व ने 2023 तक अपनी नीतिगत ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का संकेत दिया है, जिससे बुलियन बाजार में तेजी है जबकि डॉलर पर दबाव आया है. अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने फेडरल फंड रेट को शून्य से 0.25 फीसदी पर स्थिर रखने का फैसला लिया है.