फ्रेशवर्क्‍स के आईपीओ ने इसके 500 कर्मचारियों को बनाया करोड़पति
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नई दिल्ली, 23 सितम्बर: भारतीय सॉफ्टवेयर-एज-ए-सर्विस (सास) कंपनी फ्रेशवर्क्‍स ने बुधवार को यूएस स्टॉक एक्सचेंज नैस्डैक पर ट्रेडिंग की शुरुआत की और यह शानदार रही. बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी के शुरुआती ऑफर प्राइस 36 डॉलर से 21 प्रतिशत ऊपर खुलने के बाद कंपनी की वैल्यू 12.2 अरब डॉलर आंकी गई. फ्रेशवर्क्‍स के शेयर 43.5 डॉलर पर खुले. स्टॉक 22 सितंबर को 48.75 डॉलर के उच्च स्तर पर पहुंच गया। फ्रेशवर्क्‍स ने 28.5 मिलियन आम शेयर बेचे, जिससे आय में 1 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई. यह भी पढ़े: 7th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी को लेकर आई यह बड़ी अपडेट, इसी महीने मिल सकती है खुशखबरी

गिरीश मातृभूमि ने कई मीडिया आउटलेट्स के साथ साक्षात्कार में इस बात पर प्रकाश डाला कि फ्रेशवर्क्‍स इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) ने अपने कर्मचारियों के लिए बहुत सारी संपत्ति बनाई क्योंकि इसके 500 से अधिक कर्मचारी करोड़पति (करोड़पति) बन गए. उन्होंने आगे कहा कि इन 500 कर्मचारियों में से लगभग 70 लोग 30 वर्ष से कम आयु के हैं. नवंबर 2019 में सिकोइया कैपिटल, कैपिटलजी और एक्सेल जैसे निवेशकों से 150 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाई जाने पर कंपनी का मूल्य 3.5 अरब डॉलर आंका गया था. कंपनी को स्टीडव्यू कैपिटल और टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट का भी समर्थन प्राप्त है. यह पूरक व्यवसायों, उत्पादों, सेवाओं या प्रौद्योगिकी के अधिग्रहण के लिए पेशकश से प्राप्त आय का उपयोग करने की योजना बना रहा है. एक भाग का उपयोग सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों जैसे कार्यशील पूंजी, परिचालन व्यय और पूंजीगत व्यय के लिए भी किया जाएगा.

माथुबूथम और शान कृष्णासामी द्वारा 2010 में फ्रेशडेस्क के रूप में स्थापित, कंपनी ने ग्राहक सहायता के लिए हेल्पडेस्क सॉफ्टवेयर के रूप में अपनी यात्रा शुरू की. इसने कंपनी के बढ़ते सॉफ्टवेयर सूट को शामिल करने के लिए जून 2017 में खुद को फ्रेशवर्क्‍स में रीब्रांड करने का फैसला किया. फ्रेशवर्क्‍स के दुनिया भर में 52,500 से अधिक ग्राहक होने का दावा है और इसने 2021 की पहली छमाही में 169 मिलियन डॉलर का राजस्व दर्ज किया. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2020 की पहली छमाही की तुलना में, कंपनी के राजस्व में लगभग 60 मिलियन डॉलर की वृद्धि हुई है.