अमेरिका के राष्ट्रपति-चुनाव डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर "उच्च शुल्क" लगाने का आरोप लगाते हुए इसके बदले समान कर लगाने की धमकी दी है. उन्होंने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "अगर वे हम पर टैक्स लगाते हैं, तो हम भी उन पर उतना ही टैक्स लगाएंगे. वे हमसे 100 या 200 फीसदी टैक्स लेते हैं, और हम उनसे कुछ भी नहीं लेते. ऐसा अब नहीं चलेगा."
ट्रंप ने यह बयान चीन के साथ संभावित व्यापार समझौते पर पूछे गए सवाल के जवाब में दिया. उन्होंने भारत और ब्राजील का जिक्र करते हुए कहा कि ये देश अमेरिकी उत्पादों पर ऊंचे आयात शुल्क लगाते हैं. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, "अगर भारत हमें एक साइकिल भेजता है और हम उन्हें साइकिल भेजते हैं, तो वे हमसे 100 फीसदी टैक्स लेते हैं. अब हम भी वही करेंगे."
ट्रंप के कॉमर्स सेक्रेटरी के लिए चयनित हॉवर्ड लुटनिक ने भी कहा कि "परस्परता" (reciprocity) ट्रंप प्रशासन की प्राथमिकताओं में शामिल होगी. उन्होंने कहा, "जैसा आप हमारे साथ व्यवहार करते हैं, वैसा ही हम भी आपके साथ करेंगे."
क्या है भारत पर आरोप?
ट्रंप का कहना है कि भारत कई अमेरिकी उत्पादों पर ऊंचे आयात शुल्क लगाता है, जो कि अमेरिकी कंपनियों के लिए असंतुलन पैदा करता है. उन्होंने कहा कि यह नीति बदलने की जरूरत है और अमेरिका अब अपने हितों की रक्षा करेगा.
भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों पर असर
ट्रंप के इस बयान से यह संकेत मिलता है कि उनके प्रशासन के दौरान भारत और अमेरिका के व्यापार संबंधों में तनाव बढ़ सकता है. भारत पहले से ही अमेरिकी आयात शुल्क और व्यापार नीतियों को लेकर सतर्क है.
डोनाल्ड ट्रंप की "परस्पर कर नीति" (reciprocal tariff policy) भारत के लिए एक चुनौती बन सकती है. अगर दोनों देशों ने अपने शुल्क नियमों में सख्ती दिखाई, तो इसका असर दोनों अर्थव्यवस्थाओं पर पड़ेगा. अब देखना होगा कि भारत इस पर कैसी प्रतिक्रिया देता है.