नई दिल्ली: मंगलवार को पांच भारतीय उड़ानों को बम धमकी के फर्जी कॉल्स के बाद इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए मंगलवार को पांच विमानों में बम की धमकी दी गई, जिसमें एअर इंडिया की दिल्ली से शिकागो जा रही फ्लाइट भी शामिल है. फ्लाइट्स में बम होने की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने अलर्ट जारी कर सभी फ्लाइट्स की इमरजेंसी लैंडिंग कराई.
एअर इंडिया फ्लाइट की अयोध्या में इमरजेंसी लैंडिंग, बम होने की मिली थी सूचना.
इन पांच फ्लाइट्स में दिल्ली-शिकागो एअर इंडिया, जयपुर-बेंगलुरु एयर इंडिया एक्सप्रेस, दमाम-लखनऊ इंडिगो, दरभंगा-मुंबई स्पाइसजेट और सिलीगुड़ी-बेंगलुरु अकासा एयर की फ्लाइट्स शामिल थीं. ये धमकियां X (पूर्व में ट्विटर) के जरिए दी गईं. इन धमकियों ने सुरक्षा एजेंसियों को हरकत में ला दिया, जिससे कई हवाई अड्डों पर आतंकवाद-रोधी अभ्यास शुरू किए गए. हालांकि, बाद में यह पुष्टि हुई कि ये धमकियां फर्जी थी.
इन धमकियों के बाद एअर इंडिया एक्सप्रेस विमान की अयोध्या एयरपोर्ट पर सुरक्षा जांच की गई. स्पाइसजेट और अकासा एयर की उड़ानें सुरक्षित रूप से लैंड कराई गईं. वहीं, दिल्ली से शिकागो जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट को सुरक्षा जांच के लिए कनाडा में डायवर्ट किया गया.
सुरक्षा एजेंसियों की त्वरित कार्रवाई
बम धमकी की सूचना मिलते ही सभी हवाई अड्डों पर आवश्यक एंटी-टेरर सुरक्षा प्रक्रियाएं शुरू कर दी गईं. इन प्रक्रियाओं में विमान और यात्रियों की गहन सुरक्षा जांच शामिल थी, ताकि किसी भी संभावित खतरे को नकारा जा सके. सभी उड़ानों को सुरक्षित रूप से लैंड कराया गया और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की गई.
फर्जी धमकियों के पीछे कौन?
यह पहला मामला नहीं है जब इस प्रकार की धमकी दी गई हो. सोमवार को भी तीन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को मुंबई से रवाना होने से पहले इसी प्रकार की धमकी मिली थी. सभी संदेश फर्जी साबित हुए, लेकिन सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों ने अपने कड़े सुरक्षा अभ्यास जारी रखे.
ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) ने भारतीय साइबर सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस से इस मामले में सहयोग मांगा है, ताकि इन धमकियों के पीछे के व्यक्ति या समूह का पता लगाया जा सके. साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ इन X हैंडल्स का पता लगाने के लिए काम कर रहे हैं, जो बार-बार फर्जी बम धमकियां दे रहे हैं.
फर्जी बम धमकियों का खतरा
ऐसी फर्जी धमकियां न केवल हवाई अड्डों पर अफरा-तफरी मचाती हैं, बल्कि यात्रियों के लिए भी एक गंभीर तनाव का कारण बनती हैं. हर बार ऐसी स्थिति में सुरक्षा एजेंसियों को वास्तविकता की पुष्टि करने के लिए गहन जांच करनी पड़ती है, जिससे उड़ानों में देरी होती है और यात्रियों को असुविधा होती है.