नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय राजधानी में अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शनकारी किसानों और पुलिस के बीच झड़प होती देखी गई. इस बीच बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी किसान अपनी 'ट्रैक्टर रैली' (Tractor Rally) के दौरान लालकिला पहुंच गए और उन्होंने यहां किसान संगठनों का झंडा फहराया. किसान लालकिले की प्राचीर पर पहुंच गए, जहां पर प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा ध्वज फहराकर देश को संबोधित करते हैं. किसानों ने यहां किसान यूनियनों का झंडा फहराया. इस दौरान पुलिस की ओर से इन्हें रोकने और समझाने की कोशिश भी हुई, लेकिन आंदोलनकारी नहीं माने. दिल्ली में आज जो भी हुआ एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने इसके पीछे केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया हैं.
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने मीडिया के बातचीत में कहा है कि पंजाब, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसान शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन सरकार ने उन्हें गंभीरता से नहीं लिया. उनका संयम खत्म हो गया, जिसके बाद उन्होंने ट्रैक्टर मार्च निकाला. कानून और व्यवस्था बनाए रखना सरकार की जिम्मेदार थी, लेकिन वो विफल रही. यह भी पढ़े: Farmers’ Tractor Rally: ट्रैक्टर रैली के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा की किसान मोर्चा ने की निंदा, कहा-असामाजिक तत्वों ने शांतिपूर्ण आंदोलन में घुसपैठ की
Farmers from Punjab, Haryana, western Uttar Pradesh held protest in a disciplined manner but govt didn't take them seriously. As restraint ended, the tractor march was taken out. Centre's responsibility was to keep law & order in control but they failed: NCP Chief Sharad Pawar pic.twitter.com/GIRgNSyGRW
— ANI (@ANI) January 26, 2021
पवार ने आगे कहा, आज दिल्ली में जो हुआ कोई भी उसका समर्थन नहीं करता परंतु इसके पीछे के कारण को भी नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता. पिछले कई दिनों से किसान धरने पर बैठे थे, भारत सरकार की ज़िम्मेदारी थी कि सकारात्मक बात कर हल निकालना चाहिए था. वार्ता हुई लेकिन कुछ हल नहीं निकला. ऐसे में अभी है समय सरकार को चाहिए कि इस कानून को वह पास ले. ताकि किसानों का आंदोलन खत्म हो सके.
वहीं दिल्ली में आज हुए इस हिंसा को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत ने सरकार से सवाल पूछते हुए ट्वीट किया, उन्होंने लिखा क्या सरकार इसी दिनका बेसब्रीसे इंतजार कर रही थी? सरकार ने आखीरतक लाखो किसानों की बात नही सुनी. ये किस टाईप का लोकतंत्र हमारे देशमे पनप रहा है?ये लोकतंत्र नही भाई..कुछ और ही चल रहा है.