नई दिल्ली: कृषि कानूनों (Farm Laws) को लेकर करीब ढाई महीने से किसानों का विरोध प्रदर्शन (Farmers Protest) जारी है. इस बीच अब किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने बड़ा बयान देते हुए कहा, सरकार सोच रही है कि फसल आ जाएगी तो किसान घर वापस लौट जाएंगे. हमने कहा कि हम खड़ी फसलों को बर्बाद कर देंगे पर घर वापस नहीं जाएंगे. सरकार को संज्ञान लेना चाहिए. हमने रणनीति बनाई है कि जो किसान यहां रहेगा, फसल आएगी तो उसके खेत का काम गांव की कमेटी करेगी. राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार से लड़ाई में एक फसल की कुर्बानी देने के लिए किसान तैयार हैं. फसल के मौसम में आंदोलन चलाना बड़ी चुनौती है.
राकेश टिकैत ने ऐलान किया है कि आंदोलन किसी भी कीमत पर जारी रहेगा. किसान अपनी मांगों के लिए फसल का नुकसान झेलने के लिए भी तैयार हैं. सरकार इस गलतफहमी में न रहे कि किसान वापस चले जाएंगे. यह आंदोलन कृषि कनूनों के खत्म होने तक जारी रहेगा. Farmers Protest: मुजफ्फरनगर में प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर बरसी, कहा- किसानों को देशद्रोही, आतंकवादी कहा गया जबकि किसान देश का हृदय है.
किसानों के आंदोलन को विपक्ष का पूरा साथ मिल रहा है. वहीं खुद पीएम मोदी साफ कर चुके हैं कि इस आंदोलन से MSP पर कोई खतरा नहीं आएगा. पीएम मोदी कह चुके हैं कि MSP था, MSP है और MSP रहेगा. लेकिन पीएम की बातों पर किसान नेता भरोसा नहीं जता रहे हैं.
किसान नेता राकेश टिकैत कह चुके हैं कि के तीन नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी दो अक्टूबर तक दिल्ली की सीमाओं पर बैठे रहेंगे. टिकैत ने कहा, "हम दो अक्टूबर तक यहां बैठेंगे." केंद्र सरकार किसानों के कई दौर की वार्ता कर चुकी है लेकिन किसानों को मनाने में असफल रही.