नई दिल्ली, 19 दिसंबर: केंद्र सरकार (Central Government) द्वारा देश में लाए गए तीन नए कृषि कानूनों को लेकर सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) पर किसानों का आंदोलन 24वें दिन में प्रवेश कर गया है. ANI न्यूज एजेंसी की खबर के अनुसार किसान आंदोलन (Farmers Protest) में हिस्सा ले रहे एक 80 वर्षीय प्रदर्शनकारी रूमी राम (Rumi Ram) ने मीडिया के साथ बातचीत करते हुए कहा कि, 'बहुत मुश्किल हो रही है लेकिन सरकार किसानों के बारे में नहीं सोच रही है.'
बता दें कि बीते शुक्रवार को कृषि कानूनों को समझाने के लिए रायसेन में किसान महासम्मेलन का आयोजन किया गया था. इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने किसानों के बीच कृषि कानूनों को लेकर फैले भ्रम को दूर करने का प्रयास किया. पीएम मोदी ने किसानों को भरोसा दिलाया है कि एमएसपी खत्म नहीं होगी. साथ ही उन्होंने कहा कि मंडियां भी कभी बंद नहीं होंगी.
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान प्रदर्शनकारी आज 24वें दिन भी सिंघु बाॅर्डर पर डटे हुए हैं। एक 80 वर्षीय प्रदर्शनकारी रूमी राम ने बताया, "बहुत मुश्किल हो रही है लेकिन सरकार किसानों के बारे में नहीं सोच रही है।" #FarmersProtest pic.twitter.com/W9wcogPaWU
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 19, 2020
गौरतलब हो कि किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच कई बार बैठकें हुई हैं. लेकिन अब तक उसका कोई हल नहीं निकला है. उसके साथ ही एक बात और साफ है कि किसानों का आंदोलन अब और लंबा खींचने वाला है.
वहीं किसान आंदोलन को कई राजनीतिक दलों का समर्थन भी मिलना शुरू हो गया है. किसानों के साथ कांग्रेस, सपा, शिरोमणि अकाली दल समेत कई पार्टी नेताओं ने मोदी सरकार (Modi Government) के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.