Fake TRP Scam: बार्क ने न्यूज चैनल्स के साप्ताहिक टीआरपी रेटिंग को अस्थायी रूप से रोका, चैनलों की रेटिंग में करेगा सुधार
बार्क ने न्यूज चैनल्स के साप्ताहिक टीआरपी रेटिंग को अस्थायी रूप से रोका, (फोटो क्रेडिट्स: Wikimedia)

रेटिंग एजेंसी BARC (ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल) ने गुरुवार को फर्जी टेलीविज़न रेटिंग प्वाइंट (TRP) घोटाले के बाद न्यूज़ चैनलों की रेटिंग को अस्थायी रूप से सस्पेंड कर दी है. इस घोटाले में रिपब्लिक टीवी और दो अन्य चैनलों का भंडाफोड़ किया गया. ये रेटिंग तीन महीने के लिए सभी अंग्रेजी, हिंदी, लोकल और व्यावसायिक समाचार चैनलों के लिए रोक दी गई है. यह भी पढ़ें: Fake BARC TRP Ratings Case: रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के Editor-in-Chief अर्नब गोस्वामी बोले- सुशांत मामले में मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह से किया सवाल, इसलिए हम पर लगा रहे हैं बेबुनियाद आरोप

एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि 'BARC अपने सिस्टम की जांच कर रहा है. इसके लिए न्यूज की कैटेगरी से प्रक्रिया शुरू की जा रही है. एजेंसी सभी न्यूज चैनलों की साप्ताहिक रेटिंग पब्लिशिंग रोक रही है. इस प्रोसेस में 8 से 12 हफ्ते लग सकते हैं. सिस्टम की टेस्टिंग को BARC की टेक कॉम. देख रही है. एजेंसी खबरों के राज्य और भाषा के मानकों पर दर्शकों का साप्ताहिक आंकड़ा जारी करती रहेगी.' यह भी पढ़ें: Fake BARC TRP Ratings Racket Busted: फेक टीआरपी रेटिंग्स रैकेट का पर्दाफाश, मुंबई पुलिस ने फक्त मराठी और बॉक्स सिनेमा के कर्मचारी को किया गिरफ्तार, रिपब्लिक टीवी पर भी लगा आरोप

विशेष रूप से यह मामला तब सामने आया जब मुंबई पुलिस ने न्यूज चैनल रिपब्लिक टीवी के साथ ही दो अन्य न्यूज चैनलों का पर्दाफाश किया, जो टेलीविजन रेटिंग अंक की धांधली में शामिल थे.

बता दें कि फर्जी रेटिंग मामले में रिपब्लिक टीवी सहित तीन चैनलों की रेटिंग से छेड़छाड़ करने और ऐड रेवेन्यू कमाने के आरोपों में जांच हो रही है. रिपब्लिक टीवी के अलावा इनमें एक फ़क्त मराठी और बॉक्स सिनेमा का नाम आया है. दो टीवी चैनलों के मालिकों को गिरफ्तार किया गया है और रिपब्लिक के डायरेक्टर और प्रमोटरों के खिलाफ जांच हो रही है.