Fabindia के दिवाली कैंपेन पर बवाल, 'जश्न-ए-रिवाज' पर उठे सवाल
Fabindia (Photo: Wikimedia Commons)

दिवाली का त्योहार करीब है ऐसे में तमाम कंपनियां ग्राहकों को लुभाने के लिए अलग-अलग स्कीम और कैंपेन लेकर आ रही है. इस बीच अब फैब इंडिया (Fabindia) के फेस्टिव सीजन कैंपेन पर बवाल मच गया है. दरअसल, फैब इंडिया ने त्योहारों पर 'जश्न-ए-रिवाज' कैंपेन की शुरुआत की है. भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने इसका विरोध जताते हुए कहा कि दीवाली 'जश्न ए रिवाज' नहीं है. 7th Pay Commission: दिवाली पर केंद्रीय कर्मचारियों को मिल सकते हैं 3 बड़े तोहफे, PF के खाते में भी आ सकती है बड़ी रकम.

तेजस्वी सूर्या ने ट्वीट कर कहा, 'दीपावली जश्न-ए-रिवाज नहीं है. हिंदू त्योहारों को जानबूझकर अब्राहमीकरण किया जा रहा है. मॉडल्स भी पारंपरिक हिंदू कपड़ों में नहीं हैं. इसका विरोध और बहिष्कार किया जाना चाहिए. फैब इंडिया जैसी किसी भी ब्रांड को ऐसी हरकत के लिए आर्थिक नुकसान झेलना चाहिए.'

तेजस्वी सूर्या का ट्वीट

दरअसल फैब इंडिया की तरफ से 9 अक्टूबर को एक ट्वीट किया गया था. कंपनी ने इस ट्वीट में एक फोटो भी अटैच की थी जिसमें पुरुष और महिला मॉडलों को साड़ी और कुर्ते पजामे में दिखाया गया था. ट्वीट में कंपनी ने लिखा- 'हम प्यार और रोशनी के त्योहार का स्वागत कर रहे हैं. फैब इंडिया की तरफ से जश्न-ए-रिवाज कलेक्शन पेश है.'

फैब इंडिया के इस कैंपने का विरोध करते हुए पद्मश्री और मणिपाल ग्लोबल एजुकेशन के चेयरमैन मोहनदास पाई ने कहा, 'दीपावली पर फैब इंडिया का बहुत ही शर्मनाक बयान! यह एक हिंदू धार्मिक त्योहार है जैसे क्रिसमस और ईद दूसरों के लिए है! इस तरह का बयान एक धार्मिक त्योहार को खत्म करने की सोची-समझी कोशिश को दिखाता है!'

मोहनदास पाई का ट्वीट

बीजेपी यूपी के प्रवक्ता प्रशांत उमराव ने ट्वीट करके कहा, 'फैब इंडिया के कपड़े बहुत महंगे हैं और एक बार धोने के बाद बेकार हो जाते हैं, अन्य ब्रांडों की तरफ जाने की जरूरत है.'