नई दिल्ली, 1 दिसंबर : एबीपी-सीवोटर एग्जिट पोल के अनुसार, 230 सदस्यीय मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में विपक्षी कांग्रेस राज्य के छह क्षेत्रों में से चार में बढ़त हासिल करती दिख रही है. एग्जिट पोल के मुताबिक, बघेलखंड क्षेत्र की 56 सीटों में जहां 2018 में कांग्रेस ने 16 सीटें जीती थीं, इस बार पार्टी को 28 सीटें मिलने की संभावना है, जबकि भाजपा को 25 सीटें मिलने का अनुमान है. भगवा पार्टी ने 2018 में इस क्षेत्र में 38 सीटें जीती थीं.
कांग्रेस का वोट शेयर 2018 के 33.6 फीसदी से बढ़कर इस बार 41.6 फीसदी होने की संभावना है, जबकि भाजपा का वोट शेयर 2018 के 38.1 फीसदी से मामूली बढ़कर इस बार 38.9 फीसदी होने की संभावना है. भोपाल क्षेत्र में कांग्रेस को इस बार 11 सीटें जीतने की संभावना है, जो 2018 में 9 थी. भाजपा को 14 सीटें जीतने की उम्मीद है, जो 2018 की 16 सीटों से कम है. हालांकि, कांग्रेस का वोट शेयर 2018 के 43.1 प्रतिशत से घटकर इस बार 42.1 प्रतिशत होने की संभावना है, यानी 1 प्रतिशत की गिरावट. भाजपा का वोट शेयर 2018 के 47 प्रतिशत से घटकर इस बार 46.2 प्रतिशत होने की संभावना है. यह भी पढ़ें : Exit Polls 2023: मध्य प्रदेश की किस्मत का फैसला करने में अहम हो सकती हैं सीमांत की 62 सीटें
चंबल क्षेत्र की 34 सीटों में जहां कांग्रेस ने 2018 में 26 सीटें जीती थीं, इस बार पार्टी को 27 सीटें जीतने की संभावना है, जबकि भाजपा को 6 सीटें जीतने की उम्मीद है, जो 2018 में जीती गई 7 सीटों से एक कम है. महाकौशल क्षेत्र की 42 सीटों में से 2018 में 24 सीटें जीतने वाली कांग्रेस इस बार 25 सीटें जीतने की संभावना है, जबकि भाजपा को 16 सीटें जीतने की उम्मीद है. 2018 में बीजेपी ने इस क्षेत्र में 17 सीटें जीती थीं.
मालवा क्षेत्र की 45 सीटों में से कांग्रेस ने 2018 में 21 सीटें जीती थीं, इस बार 18 सीटें जीतने की संभावना है, जबकि भाजपा को 27 सीटें जीतने की उम्मीद है, जो 2018 की 23 सीटों से चार अधिक है. निमाड़ क्षेत्र में कांग्रेस ने 2018 में 28 में से 18 सीटें जीती थीं और इस बार 16 सीटें जीतने की संभावना है, जबकि भाजपा को 12 सीटें जीतने की उम्मीद है, जो 2018 की 8 सीटों से अधिक है.