नई दिल्ली, 16 सितंबर : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों की एक टीम आबकारी नीति घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से पूछताछ करने के लिए तिहाड़ जेल पहुंची. सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. केंद्रीय एजेंसी देशभर में 40 से अधिक स्थानों पर छापेमारी कर रही है. सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार सुबह तड़के शुरू हुई छापेमारी बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई, दिल्ली-एनसीआर और नेल्लोर में जारी है. ईडी का यह मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एफआईआर पर आधारित है.
सीबीआई ने अपनी एफआईआर में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को आरोपी नंबर वन बनाया है. सीबीआई की एफआईआर में आईपीसी की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) और 477-ए (खातों का जालसाजी) धाराएं लगाई गई हैं. सिसोदिया पर आरोप है कि शराब कारोबारियों को कथित तौर पर 30 करोड़ रुपये की छूट दी गई. लाइसेंस धारकों को उनकी इच्छा के अनुसार विस्तार दिया गयाा. आबकारी नियमों का उल्लंघन कर नियम बनाए गए. यह भी कहा कि सिसोदिया और कुछ शराब कारोबारी शराब लाइसेंसधारियों से वसूले गए अनुचित आर्थिक लाभ को लोक सेवकों को प्रबंधित करने और बदलने में सक्रिय रूप से शामिल थे, जिन्हें मामले में आरोपी बनाया गया है. यह भी पढ़ें : महाराष्ट्र: पुणे में राजमार्ग पर कंटेनर ट्रक से ज्वलनशील गैस का रिसाव
आईएएनएस के हाथ लगी एफआईआर की कॉपी में कहा गया, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, तत्कालीन आयुक्त (आबकारी) अरवा गोपी कृष्णा, तत्कालीन उपायुक्त (आबकारी) आनंद तिवारी और सहायक आयुक्त (आबकारी) पंकज भटनागर ने वर्ष 2021-22 के लिए आबकारी नीति से संबंधित निर्णय लेने और सक्षम प्राधिकारी के अनुमोदन के बिना लाइसेंसधारियों को निविदा पोस्ट करने के लिए अनुचित लाभ देने के इरादे से निर्णय लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.