केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार को जानकारी दी कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अपने सदस्यों के लिए ऑटो-क्लेम सेटलमेंट (Auto-Claim Settlement) की सीमा को 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया है. यह कदम भविष्य निधि (Provident Fund) के पैसों को तेज़ी से और आसानी से निकालने की सुविधा देने के लिए उठाया गया है.
अब किन-किन मामलों में मिलेगा 5 लाख रुपये तक एडवांस?
ईपीएफओ के सदस्य अब ऑटो-क्लेम मोड के तहत 5 लाख रुपये तक एडवांस निकाल सकेंगे, वह भी बिना किसी इंसानी हस्तक्षेप (Manual Process) के. यह सुविधा उन लोगों के लिए है, जो शिक्षा, बीमारी, शादी या मकान जैसे जरूरी कार्यों के लिए फंड निकालना चाहते हैं.
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क्या है ईपीएफओ ऑटो-क्लेम सिस्टम?
ऑटो-क्लेम से मतलब है, कि आपके द्वारा की गई एडवांस निकासी की मांग पर ईपीएफओ का कोई कर्मचारी मैन्युअल रूप से दस्तावेज़ों की जांच नहीं करता, बल्कि सिस्टम खुद प्रोसेस कर देता है. यह प्रक्रिया तेज़ और पारदर्शी होती है. यह सिस्टम सबसे पहले अप्रैल 2020 में कोविड महामारी के दौरान शुरू किया गया था, तब यह केवल बीमारी के लिए लागू था. बाद में इसे शादी, शिक्षा और मकान जैसे मामलों में भी लागू किया गया था. इसे मई 2024 में 1 लाख रुपये तक के लिए बढ़ाया गया था. अब जून 2025 से यह सीमा 5 लाख रुपये तक कर दी गई है.
कितनी तेजी से होगा क्लेम सेटलमेंट?
मंत्री मांडविया ने बताया कि जैसे अभी ऑटो-क्लेम 3 दिन के अंदर सेटल हो जाते हैं, वैसे ही 5 लाख रुपये तक के नए क्लेम भी तीन कार्यदिवस में निपटा दिए जाएंगे.
कितनी तेजी से बढ़ा है ऑटो-क्लेम का इस्तेमाल?
वित्त वर्ष 2023-24 में ईपीएफओ ने 89.52 लाख एडवांस क्लेम ऑटो-मोड के तहत सेटल किए थे, जो उस साल के कुल एडवांस क्लेम का लगभग 31% था. इसके बाद 2024-25 में ऑटो-क्लेम सेटलमेंट में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई और यह संख्या बढ़कर 2.34 करोड़ क्लेम हो गई, जो कि पिछले साल के मुकाबले 161% की वृद्धि को दर्शाती है.
इस दौरान कुल एडवांस क्लेम का 59% हिस्सा ऑटो-मोड से सेटल हुआ. वहीं 2025-26 के पहले ढाई महीने में ही 76.52 लाख क्लेम ऑटो-मोड से सेटल हो चुके हैं, जो अब तक के कुल एडवांस क्लेम का 70% है. यह आंकड़े दिखाते हैं, कि ईपीएफओ की ऑटो-क्लेम प्रक्रिया लगातार तेज़ और अधिक प्रभावी बनती जा रही है.
सरकार का उद्देश्य क्या है?
ईपीएफओ का मुख्य उद्देश्य अपनी सेवाओं को तेज़, डिजिटल और पारदर्शी बनाना है, ताकि सदस्यों को किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े. ऑटो-क्लेम सिस्टम के माध्यम से लोगों को कम समय में आसानी से एडवांस क्लेम की सुविधा मिल रही है, जिससे प्रोसेस तेज़ और सरल हो गया है. यह बदलाव ईपीएफओ के डिजिटलीकरण की दिशा में एक बड़ी और सफल उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है, जो सदस्यों को आधुनिक और सुविधाजनक सेवाएं प्रदान करने की दिशा में एक अहम कदम है.












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