Jammu and Kashmir Encounter: जम्मू कश्मीर के बांदीपोरा में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, एक आतंकी ढेर (Watch Video)
Jammu and Kashmir Encounter | Representational Image (Photo Credits: ANI)

Jammu and Kashmir Encounter: जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है. बुधवार सुबह सेना के अधिकारियों ने बताया कि ऑपरेशन काईटसन के तहत एक आतंकी को ढेर कर दिया गया है. फिलहाल, सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया है और ऑपरेशन जारी है. मंगलवार को भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने चुन्तावाड़ी काईटसन इलाके में एक विशेष सूचना के आधार पर ऑपरेशन शुरू किया. सूचना मिली थी कि इस इलाके के जंगलों में आतंकी छुपे हुए हैं. जैसे ही सुरक्षा बलों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया, आतंकियों के साथ मुठभेड़ हो गई.

चिनार कॉर्प्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी दी कि संपर्क स्थापित होते ही दोनों तरफ से गोलीबारी शुरू हो गई और एक आतंकी को मार गिराया गया. आतंकियों का पता लगाने के लिए सुरक्षा बलों का सर्च ऑपरेशन अब भी जारी है.

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बांदीपोरा में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी

एक आतंकी ढेर

इससे पहले, मंगलवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 22RR और 92 बटालियन सीआरपीएफ के साथ मिलकर एक आतंकी सहयोगी को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान अशिक हुसैन वानी के रूप में हुई है, जो सोपोर के तुजर शरीफ का रहने वाला है. पुलिस के अनुसार, अशिक हुसैन आतंकियों को स्थानीय स्तर पर मदद पहुंचाने का काम कर रहा था.

बता दें, हाल ही में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों की कई घटनाएं सामने आई हैं. 3 नवंबर को श्रीनगर के टूरिस्ट रिसेप्शन सेंटर और एक साप्ताहिक बाजार में हुए ग्रेनेड हमले में 12 लोग घायल हो गए थे. इससे पहले 2 नवंबर को अनंतनाग जिले के हल्कन गली इलाके में भी एक मुठभेड़ में दो आतंकियों को ढेर कर दिया गया था. इसके अलावा, 29 अक्टूबर को जम्मू के अखनूर में तीन आतंकियों को सुरक्षा बलों ने एक हाई-प्रोफाइल मुठभेड़ में मार गिराया था. इस मुठभेड़ से पहले आतंकियों ने सेना के काफिले पर हमला किया था.

वहीं, 20 अक्टूबर को गंदरबल जिले में श्रीनगर-लेह हाईवे पर एक सुरंग निर्माण स्थल पर हुए हमले में एक डॉक्टर और छह निर्माण कार्यकर्ता मारे गए थे. जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ चल रहे इन ऑपरेशनों से सुरक्षा बलों का इरादा साफ है कि आतंकवाद के खात्मे तक कोई समझौता नहीं किया जाएगा.