Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर में दो मुठभेड़ों में लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर समेत तीन आतंकवादी ढेर
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श्रीनगर, 3 नवंबर : जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर और अनंतनाग जिलों में शनिवार को सुरक्षा बलों ने दो अलग-अलग मुठभेड़ों में बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के एक शीर्ष पाकिस्तानी कमांडर और दो अन्य आतंकवादियों को ढेर कर दिया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर की पहचान उस्मान के रूप में हुई है, जो कई वर्षों से घाटी में सक्रिय था और निरीक्षक मसरूर वानी की हत्या में भी शामिल था. अक्टूबर, 2023 में ईदगाह मैदान में क्रिकेट खेलते समय वानी की नजदीक से गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अधिकारी ने बताया कि उस्मान घाटी में काफी लंबे समय से सक्रिय था और कई हमलों में शामिल था, उसका मारा जाना जम्मू-कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा के लिए एक बड़ा झटका है.

उन्होंने कहा, "उस्मान यहां लश्कर-ए-तैयबा का सबसे वरिष्ठ पाकिस्तानी कमांडर था." श्रीनगर में हुई मुठभेड़ में चार सुरक्षाकर्मी भी घायल हो गए. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद घनी आबादी वाले खानयार इलाके में घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया. उन्होंने बताया कि इस दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलियां चलाईं, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की और तलाश अभियान मुठभेड़ में बदल गया. अभियान के दौरान जिस घर में आतंकवादी छिपे हुए थे वहां आग लग गई और आसमान में घना धुआं उठता देखा गया. अधिकारी ने कहा कि मुठभेड़ में उस्मान मारा गया. यह भी पढ़ें : CM Yogi Received Threat: ’10 दिन के अंदर इस्तीफा दो, नहीं तो “बाबा सिद्दीकी” जैसा हाल करेंगे’, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को मिली जान से मारने की धमकी

अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के दो जवान और दो पुलिसकर्मी घायल हो गए. अधिकारी ने बताया कि घायलों को सेना के 92 बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है. श्रीनगर में पिछले दो साल में यह पहली मुठभेड़ थी. पिछली मुठभेड़ सितंबर 2022 में नौगाम में हुई थी, जिसमें अंसार गजवत-उल-हिंद के दो स्थानीय आतंकवादी मारे गए थे. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-’ को बताया कि उस्मान पाकिस्तान में रहने वाले टीआरएफ के कमांडर सज्जाद गुल का करीबी था.