UPSC की परीक्षा को सबसे मुश्किल परीक्षाओं में से एक माना जाता है. कड़ी मेहनत और दिन-रात एक करने के बाद छात्र इस परीक्षा को को पास करने के लिए छात्रों को प्री, मेंस और इंटरव्यू से गुजरना होता है. हालांकि सभी उम्मीदवार सफल नहीं हो पाते हैं. लेकिन अब जो छात्र इस परीक्षा में फेल हो जाते हैं उनके लिए भी दूसरी सरकारी नौकरी का इंतजाम हो सकता है. दरअसल इस परीक्षा में प्री और मेंस क्लियर करना भी काफी कठिन होता है. वहीं जो छात्र प्री और मेंस क्लियर करके इंटरव्यू तक पहुंच जाते हैं और इंटरव्यू में मात खा जाते हैं. ऐसे ही उम्मीदवारों को ध्यान में रखते हुए UPSC नया नियम लाने की योजना बना रहा है.
इस नियम के लागू होने के बाद इंटरव्यू में फेल हुए उम्मीदवारों को दूसरी सरकारी नौकरी दी जाएगी. ऐसे ही उम्मीदवारों को ध्यान में रखते हुए UPSC नया नियम लाने की योजना बना रहा है. जहां इंटरव्यू में फेल हुए उम्मीदवारों को दूसरी सरकारी नौकरी दी जाएगी. बता दें कि यूपीएससी की लेवल की परीक्षा के लिए लाखों की संख्या में उम्मीदवार आवेदन करते हैं. हालांकि पद 700-800 के करीब ही होते हैं. ऐसे में बाकी छात्रों को निराशा हाथ लगती है.
इंटरव्यू में फेल होने वालों को भी सरकारी नौकरी
यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन ने सिविल सेवा परीक्षा के लिए नए नियम लाने की योजना बनाई है. इसके लिए केंद्रीय मंत्रालयों और एजेंसियों को यूपीएससी के जरिए सिफारिश भी की गई है. इस सिफारिश के जरिए जो उम्मीदवार इंटरव्यू में सफल नहीं हो पाते हैं, उन्हें दूसरी सरकारी नौकरी देने की बात कही गई है. इससे युवाओं को बेहतर रोजगार के अवसर मिल सकते हैं. ऐसे में जो उम्मीदवार इंटरव्यू में फेल हो जाएंगे, उन्हें दूसरी सरकारी नौकरी दी जाएगी. अगर ऐसा होता है तो युवाओं के लिए बेहतर रोजगार के अवसर खोल सकता है.
'न्यू इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट की मुताबिक यूपीएससी के अध्यक्ष अरविंद सक्सेना (Arvind Saxena) ने कहा, "हमने केंद्र सरकार और मंत्रालयों को ऐसे लोगों की भर्ती करने का प्रस्ताव दिया है, जो सिविल सेवा और अन्य परीक्षाओं में इंटरव्यू राउंड में फेल हो जाते हैं. ये बात उन्होंने हाल ही में ओडिशा में आयोजित राज्य लोक सेवा आयोग के 23वें सम्मेलन में कही थी.
सक्सेना का कहना है कि यूपीएससी परीक्षा की प्रक्रिया को उम्मीदवार फ्रेंडली बनाने के लिए नए कदम उठाए जा रहे हैं. वहीं सिविल सेवा परीक्षाओं के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को आने वाले वक्त में आवेदन फॉर्म को वापस लेने का विकल्प भी मिल सकेगा. अरविंद सक्सेना ने बताया 1 साल में करीब 11 लाख उम्मीदवार UPSC की परीक्षा में हिस्सा लेते हैं. फिर प्री, मेंस और इंटरव्यू की प्रक्रिया होने के बाद 600 उम्मीदवारों को चुना जाता है.