चेन्नई, 18 दिसंबर: सितंबर में केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में डीएमके और उसके सहयोगी दल शुक्रवार को यहां भूख हड़ताल पर हैं. पुलिस की अनुमति नहीं मिलने के बावजूद डीएमके और उसके सहयोगी दल विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. कार्यक्रम स्थल पर बोलते हुए, डीएमके अध्यक्ष एम.के. स्टालिन (M.K. Stalin) ने कहा कि केंद्र सरकार ने जल्दबाजी में कृषि कानूनों को पारित किया जिससे किसानों की आजीविका खतरे में पड़ गई है.
स्टालिन ने कहा कि किसान पिछले 23 दिनों से शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जबकि सत्तारूढ़ भाजपा (BJP) उन्हें आतंकवादी करार दे रही है. द्रमुक नेता ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार कॉपोर्रेट्स का समर्थन कर रही है और मांग की कि कृषि कानूनों को वापस लिया जाए.
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डीएमके के अलावा एमडीएमके, दो वाम दल, कांग्रेस, वीसीके और अन्य दलों के नेता भूख हड़ताल में हिस्सा ले रहे हैं.