LAC पर दिवाली का जश्न! भारत-चीन सैनिकों ने एक-दूसरे को बांटी मिठाई, पिघलने लगी 'तनाव' की बर्फ

दिवाली का त्योहार केवल रोशनी और खुशियों का पर्व नहीं है, बल्कि यह संकल्प और नए संबंधों का प्रतीक भी है. इस साल, वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर एक सकारात्मक घटना घटी है, जिसमें भारतीय और चीनी सैनिकों ने एक-दूसरे को मिठाई भेंट की. यह घटना दर्शाती है कि भारत और चीन के बीच जमी बर्फ अब पिघलने लगी है और दोनों देशों के सैनिकों के बीच आपसी सहयोग की भावना बढ़ रही है.

मिठाइयों का आदान-प्रदान 

LAC पर मिठाइयों का आदान-प्रदान उस समय हुआ जब भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में डेमचोक और देपसांग के दो संवेदनशील प्वाइंट पर अलगाव प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा किया. यह तस्वीरें उन दिनों में आई हैं जब दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के प्रयास हो रहे हैं. चूशुल-मोल्डो सीमा बैठक स्थल पर मिठाई बांटने का यह समारोह न केवल सैन्य सहयोग का प्रतीक है, बल्कि कूटनीतिक दृष्टि से भी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है.

सकारात्मक संदेश 

एक सेना के सूत्र ने बताया कि दिवाली के मौके पर इस मिठाई के आदान-प्रदान ने दोनों पक्षों के बीच आपसी समझ और सामंजस्य को बढ़ावा दिया. यह जानकारी मिली है कि एलएसी पर भारतीय और चीनी सैनिकों ने मिलकर एक दूसरे के साथ मिठाइयों का लेन-देन किया, जिससे एक सकारात्मक संदेश गया.

नेताओं की मुलाकात 

भारत-चीन के रिश्तों में सुधार की एक और बड़ी वजह रूस के कजान शहर में हुई प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग की द्विपक्षीय मुलाकात भी है. इस मुलाकात के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने सीमा पर शांति की आवश्यकता पर जोर दिया, जो कि दोनों देशों के संबंधों को सामान्य बनाने के प्रयासों का संकेत है.

भविष्य की उम्मीदें 

बातचीत और सहयोग के इस माहौल में, उम्मीद की जा रही है कि दोनों देश जल्दी ही गश्त संचालन शुरू करेंगे. अलगाव और सत्यापन प्रक्रिया के बाद, सैनिकों के बीच संबंध मजबूत होंगे और दोनों देशों के बीच बेहतर सहयोग की संभावनाएं बढ़ेंगी.

इस दिवाली पर LAC पर मिठाई बांटने का यह अवसर न केवल एक सांस्कृतिक परंपरा को दर्शाता है, बल्कि यह हमारे सैन्य बलों के बीच बढ़ती दोस्ती और सहयोग का भी प्रतीक है. उम्मीद करते हैं कि इस तरह की सकारात्मक घटनाएं आगे भी जारी रहेंगी और भारत-चीन संबंधों को और मजबूत करेंगी.